DM and suspended CMO dispute कानपुर में डीएम और ने वर्तमान सीएमओ के खिलाफ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। निलंबित सीएमओ ने प्रेस कांफ्रेंस करके डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाया है। जिस पर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है। X पर किये पोस्ट में उन्होंने कहा है कि ईमानदार ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की। इसके पहले बीते 19 जून को शासन ने सीएमओ कानपुर नगर सीएमओ हरि दत्त नेमी को भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया था। उनकी जगह श्रावस्ती के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर उदयनाथ को सीएमओ के पद पर भेजा है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर के जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। निवर्तमान सीएमओ हरिदत्त नेमी ने अपने आप को अनुसूचित जाति का बताया है। वसूली करने का गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पत्र के अंत में उन्होंने लिखा है कि डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह से एक अनुसूचित जाति के अधिकारी (सीएमओ) की रक्षा की जाए, न्याय दिलाया जाए। अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है कि डीएम और सीएमओ के बीच टकराव का सच सामने लाने के लिए उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जाए।
भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने सीएमओ को हटाए जाने का स्वागत किया है। उन्होंने 'X' पर लिखा कि सत्यमेव जयते, सभी कानपुर वासियों की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार। असल में भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने भी सीएमओ हरिदत्त नेमी पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया था। अपने पत्र में उन्होंने लिखा था कि जिले में सैकड़ो प्राइवेट अस्पताल अवैध रूप से संचालित है। जिनसे मनमानी वसूली हो रही है। भारी धन उगाही की जा रही है। सरकारी अस्पतालों की स्थिति बहुत ही खराब है। आम आदमी मजबूरी में प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने को मजबूर है। डॉक्टर हरीदत्त नेमी ने डीएम पर अभद्र टिप्पणी की है। बहुत ही निरंकुश अधिकारी हैं।
Published on:
20 Jun 2025 12:02 pm