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खुशखबरी: 112 किलोमीटर की एलिवेटेड हाईवे, कानपुर से दिल्ली और मुंबई जाना होगा आसान

Elevated Highway कानपुर से हमीरपुर मार्ग पर 112 किलोमीटर का एलिवेटेड हाईवे बनाने का प्रस्ताव है।‌ 4000 करोड़ रुपए से बनने वाले एलिवेटेड हाईवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना है। कुल 1139 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी।

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112 किलोमीटर का एलिवेटेड हाईवे फोटो सोर्स- मेटा एआई

फोटो सोर्स- मेटा एआई

112 KMElevated Highway उत्तर प्रदेश के कानपुर से दिल्ली और मुंबई जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। सरकार कानपुर-नौबस्ता-हमीरपुर मार्ग पर 112 किलोमीटर का एलिवेटेड हाईवे बनाने जा रही है। इसके बनने से कानपुर से दिल्ली और मुंबई जाना आसान हो जाएगा। एलिवेटेड हाईवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जोड़ने की योजनाएं हैं। इसके साथ ही बीच में पड़ने वाले महत्वपूर्ण जिलों को भी एलिवेटेड हाईवे का लाभ मिलेगा। 4000 करोड़ रुपए की यह परियोजना कानपुर से नौबस्ता-हमीरपुर मार्ग पर चलने वाले वाहनों को राहत प्रदान करेगी। इस परियोजना को यातायात की दृष्टिकोण से बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए इस योजना का विशेष महत्व है।

112 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हाईवे

उत्तर प्रदेश के कानपुर से 112 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हाईवे बनाने का निश्चय किया है जो कानपुर के नौबस्ता, महोबा, कबरई होते हुए निकलेगा। ग्रीन फील्ड हाईवे परियोजना पूरी तरह एलिवेटेड होगी जो कानपुर के नौबस्ता, महोबा, घाटमपुर, हमीरपुर होते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को जोड़ेगी। 4000 करोड़ रुपए की यह परियोजना है, जिसके बन जाने से नौबस्ता-हमीरपुर रोड पर चलने वाले वाहनों को राहत मिलेगी। इस पर भारी वाहनों का बहुत दबाव है। कबरई, हमीरपुर आदि जिलों से मौरंग, बालू, गिट्टी के ट्रक डंपर बड़ी संख्या में निकलते हैं।

महोबा, घाटमपुर, और हमीरपुर को मिलेगा विशेष लाभ

ग्रीन फील्ड हाईवे में चढ़ने और उतरने के लिए महोबा, घाटमपुर और हमीरपुर में रैंप बनाया जाएगा। जिससे कि इन जिलों के साथ आसपास रहने वाले लोगों को भी सुविधा होगी। इस परियोजना के पूरा होने से बुंदेलखंड क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। ग्रीन फील्ड हाईवे के डिजाइन और प्रस्ताव को सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के पास भेजा गया है। 2021 में केंद्र सरकार ने इस परियोजना को मंजूरी दी थी। अब यह धरातल में उतर रही है। ‌

93 गांवों में अधिग्रहित की जाएगी जमीन

ग्रीन फील्ड हाईवे के लिए रूट में पड़ने वाले 93 गांवों में जमीन अधिग्रहित की जाएगी। जो कानपुर नगर, कानपुर देहात, हमीरपुर और महोबा की है। कुल 1139 हेक्टेयर जमीन अधिकृत करने का प्रस्ताव है। जिनमें कानपुर नगर और कानपुर देहात के 49 गांव शामिल हैं। जबकि हमीरपुर के 35 गांव और महोबा के 9 गांवों में भूमि अधिकृत की जाएगी। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एलिवेटेड हाईवे का निर्माण कराएगी। एलिवेटेड हाईवे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यहां की औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। एलिवेटेड ग्रीन फील्ड हाईवे के बनने से छतरपुर-भोपाल जाने वाले वाहनों को भी राहत मिलेगी।