29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एचबीटीयू के छात्रों को परीक्षा देने से रोका गया, अटेंडेंस शार्ट, ढाई हजार छात्रों का भविष्य अधर में

HBTU Students prevented from taking exams कानपुर के एचबीटीयू में उस समय हंगामा शुरू हो गया। जब कॉलेज प्रबंधन में छात्र-छात्राओं को परीक्षा देने से रोक दिया। छात्रों का आरोप है कि शुरू के तीन सेमेस्टर में उन्हें छूट दी गई। अब आखरी सेमेस्टर में 75 प्रतिशत अटेंडेंस की शर्त बताई जा रही है।

less than 1 minute read
Google source verification
नारेबाजी करते छात्र

HBTU Students prevented from taking exams कानपुर में एचबीटीयू के छात्रों ने जमकर हंगामा किया। जिन्हें परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया गया। छात्रों का कहना है कि पहले तीन सेमेस्टर में उन्हें छूट दी गई। जब उनके अटेंडेंस 75 प्रतिशत नहीं हुई थी। आखिरी सेमेस्टर में आकर नियम बताए जा रहे हैं। एचबीटीयू प्रबंधन मनमानी कर रहा है। छात्र परीक्षा देकर रहेंगे। छात्रों ने एचबीटीयू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इधर एचबीटीयू प्रबंधन ने 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति रहने पर छात्रों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया। छात्र-छात्राओं के आक्रोश को देखते हुए मौके पर पुलिस भी बुला ली गई है।

यह भी पढ़ें: दर्दनाक हादसा: मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे आर्मी कमांडिंग ऑफिसर सहित 2 की मौत, दो घायल

उत्तर प्रदेश के कानपुर के एचबीटीयू छात्र लाल सिंह ने बताया कि वह सभी लोग चौथे सेमेस्टर में पहुंच गए। अब उन्हें नियम बताए जा रहे हैं। जबकि शुरू के तीन सेमेस्टर में उन्हें नहीं रोका गया। पहले सेमेस्टर में सब को छूट दी गई। ‌तब छात्रों की अटेंडेंस नहीं देखी गई। सभी को एडमिट कार्ड भी दिया जाता है और उन्होंने परीक्षाएं भी दी। पिछले तीन सेमेस्टर में उनकी अटेंडेंस 75 से प्रतिशत से कम रही। तब उन्हें नहीं रोका गया।

पहले तीन सेमेस्टर में दी गई छूट

लाल सिंह ने बताया कि अब आखरी सेमेस्टर में उन्हें 75 प्रतिशत का नियम बात कर रोका जा रहा है। कॉलेज प्रबंधन से को रोकना था तो पहले 3 सेमेस्टर में रोक देते। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ढाई हजार बच्चे परीक्षा में बैठेंगे। उन्हें भी पता चल जाएगा की बच्चे क्या है? इसके साथी छात्र-छात्राओं ने धरना प्रदर्शन किया और विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।