
रोता रहा बच्चा और पीटता रहा दारोगा, आखिर क्यों
कानपुर देहात. पुलिस ने एक बार फिर इंसानियत को तार-तार कर दिया। पुलिस की हैवानियत देखकर जनता के रौंगटे खड़े हो गए। एक युवक जिसने बच्चे को गोद ले रखा था पुलिस ने उस पर लाठियां बरसाई। उसकी गोद में बच्चा रो रहा था। और युवक ने कई बार कहाकि, बच्चा रो रहा है, मारे नहीं पर पुलिस अपनी बर्बरता पर कायम रही। वीडियो वायरल होने पर अकबरपुर थाना प्रभारी विनोद मिश्र को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच एएसपी को सौंपी गई है। युवक जिला अस्पताल में धरना-प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों में से एक था।
लाठियां चटकानी शुरू
जिला अस्पताल परिसर में मेडिकल कालेज भवन निर्माण की वजह से अस्पताल के कर्मचारियों को परेशानी हो रही थी। गुरुवार दोपहर कर्मचारियों का गुस्सा फूट गया। कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला की अगुवाई में ओपीडी को बंद करा गेट पर ताला लगाकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। जानकारी होने पर सीओ अकबरपुर अरुण कुमार, एसडीएम वागीश शुक्ला व अकबरपुर थाने का पुलिस बल पहुंचा। और लाठियां चटकानी शुरू कर दीं।
साहब गोद में बच्चा है
इस बीच अस्पताल के बाहर बच्चे को गोद में लेकर निकला युवक इंस्पेक्टर के हत्थे चढ़ गया। वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर युवक को लाठी से पीट रहे हैं और बच्चा रो रहा है। युवक गुहार लगा रहा है कि साहब, गोद में बच्चा है.. साहब गोद में बच्चा है...। पर, इंस्पेक्टर पीटने में मग्न था।
पुलिस ने रखा अपना पक्ष
पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुए कहाकि, कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला ने अकबरपुर थाना प्रभारी विनोद मिश्रा के अंगूठे में काट लिया। फिर बल प्रयोग कर उसे काबू किया गया। युवक की गोद में बच्चा देख हड़काकर उसे भगा दिया गया।
कर्मचारी नेता मुकदमा
एडीजी कानपुर जोन भानु भाष्कर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एएसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है, जो व्यक्ति गोद में बच्चे को उठाए है, उसकी पहचान आरोपित कर्मचारी नेता रजनीश के भाई के रूप में हुई है। कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला पर मुकदमा दर्ज किया गया।
सशक्त कानून व्यवस्था का मतलब कानून का भय होता है, पुलिस का नहीं : वरुण गांधी
सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहाकि, सशक्त कानून व्यवस्था का मतलब कानून का भय होता है, पुलिस का नहीं। यूपी पुलिस के लाठीचार्ज के एक वीडियो को अपने ट्वीट पर शेयर करने के बाद लिखा कि, सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं हो सकता है। वरुण गांधी ने शुक्रवार को अपने ट्वीट के जरिए सरकार पर निशाना साधते हुए कहाकि, सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े, यह बहुत कष्टदायक है। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है।
Published on:
10 Dec 2021 06:16 pm
बड़ी खबरें
View Allकानपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
