
Corona spreading in India
Coronavirus Update : एक बार फिर से कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। कोरोना वायरस अब एक फ्लू की तरह व्यवहार कर रहा है। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर कोरोना असर हो सकता है। जिस तरह वर्तमान में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, उसके पीछे रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना बताया जा रहा है। यह दावा आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने गणितीय विश्लेषण के तहत किया है। उन्होंने कहा है कि अब तक आंकड़ों को देखें तो जुलाई महीने के बीच में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर देश में सबसे अधिक दर्ज किए जाएंगे। उस दौरान रोजाना 20 से 25 हजार केस आने की संभावना है।
पद्मश्री प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल का कहना है कि देश में कोरोना वायरस के केसों का अध्ययन उन्होंने सूत्र मॉडल के आधार पर किया। जिसके तहत देश के लिए कोविड का ये अब स्थिर हो चुका है। वर्तमान में कोरोना के केसों में हो रही वृद्धि सिर्फ केवल छोटी लहर की तरह है। उन्होंने बताया कि जुलाई महीने के बीच रोजाना 20 से 25 हजार केस के साथ यह पीक पर होगी। उन्होंने बताया कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजाेर होना है।
अति संवेदनशील क्षेत्रों में दो से तीन फीसदी की वृद्धि
प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि पहले देशभर के आंकड़े स्पष्ट नहीं होने के कारण इस चरण का अनुमान लगाना मुमकिन नहीं था। उन्होंने बताया कि सूत्र मॉडल के आधार पर वर्तमान में कोरोना के केसों में हो रही वृद्धि मुख्य रूप से प्राकृतिक प्रतिरक्षा की कमी के चलते है। अति संवेदनशील आबादी वाले क्षेत्रों में ये वृद्धि दो से तीन फीसदी है।
लोगों से की ये अपील
उन्होंने बताया कि भविष्य में भी इस तरह की और लहर आने की उम्मीद है, क्योंकि कुछ समय बाद लोग प्राकृतिक प्रतिरक्षा गंवा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब तक कोरोना का कोई नया म्यूटेंट नहीं आता, तब तक किसी बड़ी लहर की आशंका नहीं है। अब तक मिले म्यूटेंट ऐसा नहीं कर सके हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना से बचने के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन जरूर करें। मास्क के साथ ही घरों से बाहर निकलें।
Published on:
24 Jun 2022 10:36 am
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