
Sikh riots Accused Raghvendra Kushwaha’s House Kurk action taken under section 83
सिख दंगों में अब तक हुई कार्रवाई के बाद एसआईटी पूर्व राज्यमंत्री के भतीजे राघवेन्द्र कुशवाहा के खिलाफ कुर्की की तैयारी कर रही है। एसआईटी ने मामले में विधिक राय ले ली है। कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर एसआईटी उसके खिलाफ धारा 82 का आदेश प्राप्त करेगी। उसके बाद धारा 83 (कुर्की) की कार्रवाई करेगी।
राघवेन्द्र कुशवाहा निराला नगर समेत अन्य घटनाओं में मुख्य आरोपित है। डीआईजी एसआईटी के मुताबिक उसका नाम एक दर्जन गवाहों ने अपने बयान में लिखाया है। सभी का यही कहना है कि दंगाइयों का नेतृत्व वही कर रहा था। डीआईजी बालेन्दु भूषण सिंह ने बताया कि एसआईटी टीम ने बीते तीन दिनों में राघवेन्द्र की तलाश में दो बार झांसी में दबिश दी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।
महोबा में भी पकड़ने का किया था प्रयास
एसआईटी को जानकारी मिली थी कि राघवेन्द्र कुशवाहा के महोबा में क्रशर चल रहे हैं। उसकी लोकेशन वहां पर भी मिली थी। तब टीम ने वहां पर भी छापेमारी की थी। एसआईटी डीआईजी ने बताया कि इस मामले में विधिक राय लेने के बाद अब एसआईटी कोर्ट में कुर्की की कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र देकर आदेश प्राप्त किया जाएगा। उसकी कुर्की कराई जाएगी। उसके बाद भी गिरफ्तारी नहीं होती तो उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
अल्पसंख्यक आयोग ने किया सम्मानित
डीआईजी बालेन्दु भूषण सिंह समेत उनकी पूरी टीम ने सर्किट हाउस में अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने डीआईजी से कहा कि घटना के 38 साल बाद इस तरह की कार्रवाई करना बहुत मुश्किल था। डीआईजी ने सदस्य को जानकारी दी कि अब तक वह मामले में 31 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुके हैं। जो बचे हुए हैं उनकी तलाश जारी है। इसपर सदस्य ने कहा आप लोगों ने जो काम किया है उसके लिए आप सम्मान के पूरे हकदार हैं।
Updated on:
23 Jul 2022 11:37 pm
Published on:
23 Jul 2022 11:35 pm
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