
नहीं बदला स्ट्रीट लाइट्स का पुराना ढरर्रा, दिन की रोशनी में भी होती हैं रोशन
कानपुर। शहर में करोड़ों रुपए खर्च कर सोडियम लाइट की जगह एलईडी लाइट लगाई गई. स्मार्ट सिटी में स्मार्ट स्ट्रीट लाइट के लिए उच्चाधिकारियों की ओर से बड़े-बड़े वादे और दावे किए गए. इसके बावजूद दिन में स्ट्रीट लाइट जलना बंद नहीं हुई, जबकि इसके लिए ईईएसएल कंपनी को सीसीएमएस (सेंट्रली कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम) लगाना था. इससे स्ट्रीट लाइट्स को जोड़ा जाना था. इसके बावजूद स्ट्रीट लाइट्स का अपना पुराना ढरर्रा वैसे के वैसे ही कायम है.
मिली ऐसी चेतावनी भी
नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा निरीक्षण के दौरान आरटीओ मार्ग पर सभी एलईडी स्ट्रीट लाइट्स को जलते पाया. इस पर जानकारी की गई तो पता चला कि स्विचिंग प्वॉइंट ही नहीं लगा है. वहीं शहर में दर्जनों ऐसे प्वॉइंट हैं, जहां स्ट्रीट लाइट फेज वायरिंग ही नहीं की गई है. वहीं किदवई नगर रोड, आरटीओ मार्ग, रावतपुर से झकरकटी रोड सहित दर्जनों जगहों पर स्ट्रीट लाइट अक्सर दिन में जलती हुई पाई जाती हैं.
केस्को अभी भी अपनी राह पर
शहर के 110 वार्डों में करीब 91,935 सोडियम स्ट्रीट लाइट और 8,700 ब्लैंक पोल लगे हैं. इन स्ट्रीट लाइट्स की बिजली का बिल नगर निगम 4.83 करोड़ रुपए हर महीने के हिसाब से 55.22 करोड़ रुपए पेमेंट करता है. नगर निगम केस्को को हर महीने 11,122 किलोवॉट यूनिट का हर महीने फिक्स बिल देता है. जबकि एलईडी लाइट लगने के बाद इसमें इलेक्ट्रिसिटी लोड 66 परसेंट तक कम हुआ है. बावजूद इसके अभी तक नगर निगम पुराने बिल के हिसाब से ही केस्को को 4.83 करोड़ का पेमेंट हर महीने कर रहा है.
ऐसा कहना है अधिकारियों का
इस बारे में ईईएसएल के प्रभारी आदित्य वशिष्ठ कहते हैं कि अभी तक नगर निगम ने लगाई गई स्ट्रीट लाइट्स का वैरिफिकेशन ही पूरा नहीं किया है. सीसीएमएस सिस्टम वैरिफिकेशन पूरा होने के बाद लगाया जाना शुरू किया जाएगा. इसके बाद दिन में कहीं भी स्ट्रीट लाइट्स जलती हुई नहीं मिलेगी. वहीं नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा कहते हैं कि शहर में कहीं भी दिन में स्ट्रीट लाइट्स नहीं जलनी चाहिए. इसके लिए मार्ग प्रकाश विभाग को भी निर्देशित किया गया है कि जहां भी यह समस्या है, इसको दूर किया जाए.
Published on:
16 Jul 2018 08:20 am
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