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खेल-खेल में युवकों ने लगा दी छलांग, तीनों की गंगा में डूबकर दर्दनाक मौत

  पहले पी कोल्डड्रिन्क फिर गंगा में लगा दी छलांग, तीन डूबे, चार की बची जान

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   पहले पी कोल्डड्रिन्क फिर गंगा में लगा दी छलांग, तीन डूबे, चार की बची जान

कानपुर। भीषण गर्मी के चलते सात युवक गंगा के किनारे मौज-मस्ती के लिए पहुंचे। इसी दौरान सभी ने गंगा में स्नान करने के लिए छलांग लगा दी। तैरते-तैरते तीन युवक बीच धारा में पहुंच गए और उनकी दर्दनाक मौत हो गई। जबकि चार अन्य किसी तरह से बाहर सकुशल निकल आए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने खोताखोरों की मदद से शवों को बाहर निकालने के लिए कड़ी मशक्म की। तीन किमी की दूरी पर एक-एक कर शव बाहर निकाले गए और उनके परिजनों को घटना की जानकारी पुलिस ने दी, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया । पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी है।
सात युवक गंगा स्नान के लिए घर से निकले
कलेक्टरगंज थानाक्षेत्र के रहने वाले सात युवकों ने रविवार को छुट्टी के चलते दोपहर भैरो घाट में गंगा स्नान करने गये। इसी दौरान सभी युवक गंगा में तैर रहे थे। इसी दौरान पानी की गहराई ज्यादा होने के चलते वह डूबने लगे। चार अन्य ने बचाने की कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके। चार युवक किसी तरह से बच निकले लेकिन तीन युवक नदी में डूब गये। युवकों की चीख पुकार सुन मौजूद पुलिस ने आनन-फानन में गोताखोरों को बुलाया और डूबे हुए युवकों की तलाश में जुट गई। काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने तीनों युवकों के शवों को बाहर निकाल लिया। इधर परिजनों को जानकारी होने पर रोते विलखते भैरो घाट पहुंचे। लेकिन अपने बच्चों का शव देख बेसुध हो गये और उनका रो-रो कर बुरा हाल रहा। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कर्नलगंज इलाके के रहने वाले हैं मृतक
क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि कलेक्टरगंज थानाक्षेत्र के सीपीसीसी माल गोदाम के रहने वाले सात लड़के गंगा नहाने आये थे। जिसमें से तीन लड़के गंगा की धारा में बहकर डूब गये। जिनके शव निकाल लिये गये हैं। बताया कि जिन लड़कों के शव निकाले गये हैं उनके नाम क्रमशः छुन्नू (18) पुत्र संतपाल चौहान, संतोष (19) पुत्र लोचा और छोटू (17) हैं। इसके साथ ही चार लड़के टिंकू, रामजानी, संतोष और सुमित सही सलामत हैं। बताया कि यह सभी आपस में गहरे दोस्त थे और सीपीसीसी माल गोदाम में पल्लेदारी का काम करते थे। रविवार को छुट्टी के चलते भैरो घाट पर स्नान करने आये हुए थे।
12 मई को यहीं पर डूबा था युवक
शनिवार को इसी जगह पर चार छात्र जो आपस में दोस्त थे नहाते समय डूबने लगे थे जिसमें दो बच गये थे और ग्यारहवीं के एक छात्र हर्षित का शव करीब पांच घंटे बाद गोताखोरों ने गंगा नदी से निकाला था। यही नहीं इलाकाई लोगों के मुताबिक पिछले दो साल से इस जगह पर दो दर्जन से अधिक युवकों की डूबकर मौत हो गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि भैरोघाट के पास पुलिस नहीं होने के चलते युवक आते हैं और गंगा में छलांग लगाते हैं। सातों युवक पहले घाट पर पहुंचे और एक जगह बैठकर कोल्डड्रिन्क पी। इसके बाद तीन युवक पहले गंगा में उतरे और चार अन्य ने छलांग दी। तीनों युवक तैरते-तैरते बीच धारा में चले गए और उनकी डूबकर दर्दनाक मौत हो गई।
यहां भी तैनात हो पुलिस
गंगा नदी में बैराज के पास पहले सबसे ज्यादा लोग स्नान करते थे और बैराज से निकल रहा रफ्तार युक्त पानी से अधिकतर युवक नदी में डूब जाते थे। इस तरह के बढ़ते हादसों को देख तत्कालीन जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने वहां पर जाली लगवा दिया और डेथ प्वाइंट कहे जाने वाले बैराज पर अब हादसों की संख्या में भारी कमी आ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन बैराज की तरह यहां पर भी जाली लगवाने की व्यवस्था करे। जिससे हादसों की संख्या में कमी लाया जा सके। इस पर एडीएम सिटी सतीश पाल ने कहा कि जल्द ही कुछ वैकल्पित व्यवस्था की जाएगी।