
कानपुर। 11 साल पहले बसपा सरकार के दौरान बांदा के विधायक ने शीलू निषाद नाम की नाबालिग के साथ गैंगरेप किया था। सत्ता की हनक के बल पर पीड़िता को जेल भिजवा दिया। इसकी भनक जैसे ही पाठा की शेरनी व गुंलागी गैंग की लीडर संपत पाल को हुई तो सैकड़ों महिलाएं लाल साड़ी और हाथ में लाठी लेकर सड़क पर उतर आई थीं। सपंत पाल के आंदोलन से मायावती तक हिल गई थीं और उन्होंने बसपा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करा पार्टी से बाहर किया था। कुछ ऐसा ही मामला उन्नाव के बागरमऊ विधानसभा के माखी गांव में सामने आया है। यहां सत्ताधारी दल के विधायक पर एक लड़की ने गैंगरेप का आरोप लगाया। पर पुलिस ने विधायक पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते इसी के चलते संपत पाल एक्शन में आई है। PATRIKA .COM के साथ खास बातचीत के दौरान डन्होंने बताया कि डेढ़ सौ महिलाओं के साथ मंगलवार को हमें उन्नाव जाना था, लेकिन एकाएक उल्टी और फीवर ने हमें जगड़ लिया। बावजूद हम अब गुरूवार की सुबह गैंगरेप पीड़िता के गांव जाएंगे और भाजपा विधायक को सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही वहां से वापस आएंगी।
भाजपा विधायक पर गैंगरेप और मर्डर का आरोप
उन्नाव की बागरमऊ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक पर एक नाबालिग ने गैंगरेप का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने विधायक और उनके भाई के बजाए चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पुलिस की कार्यप्रणाली से दुखी होकर गैंगरेप पीड़िता सीएम आवास पहुंच गई और आत्मदाह का प्रयास किया। मामला बड़ता देख विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने पीड़िता के पिता पर कम्प्रोमाइज का दबाव बनाया, पर वह नहीं माना। इससे विधायक ने पीड़िता के पिता को जेल भिजवा दिया। जेल के अंदर पीड़िता के पिता की मौत हो गई। इसी के चलते शासन और प्रशासन की नींद टूटी और आनन-फानन में विधायक के भाई अतुल सिंह को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। पर पीड़िता के परिजन विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। यह खबर जैसे ही गुलाली गैंग की सरदार संपत पाल को लगी तो उन्होंने उन्नाव जाने का ऐलान कर दिया। घर से निकलते ही ववह बीमार पड़ गई। अब संपत पाल डेढ़ सौ महिलाओं के साथ गुरूवार को उन्नाव जाएंगी।
.. तो योगी जी क्या चीज हैं
PATRIKA .COM के साथ बीचचीत के दौरान संपत पाल ने कहा कि जब हमने पूर्व सीएम मायावती कों हिला दिया था तो सीएम योगी आदित्यनाथ क्या चीज हैं। सीएम और उनके अफसरों ो हम मांग करती हैं कि विधायक के खिलाफ गैंगरेप, मर्डर के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करें। अगर वह ऐसा नहीं करते तो गुलाली गैंग अपने बल पर विधायक को दबोच कर न्यायालय में पेश करेंगी। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक विधायक सलाखों के पीछे नहीं पहुंच जाता। संपत पाल ने कहा कि जब से योगी सरकार सत्ता में आई है तब से महिलाओं के साथ उत्पीड़न की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। योगी सरकार तो अखिलेश से भी दो कदम आगे निकल गई है। वह संत है और संत का कर्तव्य होता है कि वह न्याय के साथ खड़े हों।
डेढ़ सौ महिलाएं जाएंगी उन्नाव
संपत पाल ने बताया कि उन्नाव से एलआयू के अफसर का फोन हमारे पास आज आया था और वह हमसे आने के बारे में पूछ रहा था। हमने उससे कह दिया है कि गुरूवार की सुबह सपत अपनी पूरी बिग्रेड के साथ पीड़िता के घर पहुंच जाएगी और आंदोलन शुरू कर देंगे। संपत पाल ने कहा कि हम विधायक के घर का घेरवा भी करेंगे। साथ ही डीएम, एसपी के साथ ही 75 जिलों में हमारे गैंग की अन्य सदस्य मुख्यालयों के बाहर धरना देंगी। फिर भी विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो पचास हजार गुलाली गैंग की महिला सेना सीएम आवास के बाहर लाठी लेकर पहुंचेंगी। इस लिए हम सीएम योगी से मांग करते हैं कि विधायक को गिरफ्तार कर जेल भेजें।
पीएमओ का भी करेंगे घेराव
संपत पाल ने बताया कि कार्रवाई नहीं होने पर गुलाली गैंग की महिलाएं दिल्ली स्थित पीएमओ ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगी। इसमें देशभर से सैकड़ों गुलाली गैंग की महिला सेना शामिल होंगी। हम लखनऊ में कमान संभालेंगी तो वह दिल्ली में हुंकार भरेंगी। संपत पाल ने पीएम मोदी से मांग की है कि वह सीएम योगी से विधायक पर कार्रवाई के लिए कहें। विधायक को पार्टी से निकालें और उसकी सदस्यता रद्द करवाएं। यदि पीएम और सीएम ऐसा करते हैं तो देश व प्रदेश में अच्छा संदेश जाएगा। पर विधायक को बचाने का जुगाड़ किया गया तो गुलाली गैंग से पीएम और सीएम को टकराना पड़ेगा।
Published on:
10 Apr 2018 11:15 pm
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