समाज के अध्यक्ष राधाकृष्ण जाटव ने बताया कि एक सितम्बर की रात को गांव के गरीब दलित परिवार की १५ वर्षीय किशोरी के साथ वहीं के दबंग परिवार के युवक मोनू जाट ने बलात्कार किया। जिसकी प्राथमिकी पीडि़ता ने सूरौठ थाने में दर्ज कराई। इससे कुपित आरोपी व उसके परिवार ने पीडि़ता के परिवार पर राजीनामा के लिए दवाब बनाना शुरु किया। लेकिन राजीनामे से इनकार करने पर आरोपियों ने पीडि़ता व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों की धमकी से डरा-सहमा परिवार गांव से पलायन कर गया। फिलहाल पीडि़त परिवार दूसरे गांव में अपने रिश्तेदार के घर रह रहा है। महामंत्री पुरुषोत्तम बंशीवाल ने बताया कि अगर आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर पीडि़त परिवार को न्याय नहीं दिलाया तो जाटव समाज की ओर से आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान वार्ड पंच भगवानसिंह, राजकुमार, कुम्हेरसिंह, प्रतापसिंह, किशनसिंह समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
आयोजन समिति के जगदीश प्रसाद ने बताय कि कथावाचक पुरूषोत्तम शरण शर्मा ने शुक्रवार को उद्धव-गोपी संवाद सुनाया। उन्होने प्रवचनों में कहा कि चंचल मन वाले व्यक्ति का प्रभू की भक्ति का अवसर नहीं मिलता है। इसके लिए अध्यात्म के साथ तन्मयता होना जरूरी है। इस दौरान सजाई गई राधा-कृष्ण व शिव-पार्वती की झांकी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।