scriptखेल प्रेमी निराश: मुस्कुरा नहीं सकी खेल संकुल की सौगात | Sports lovers disappointed: not able to smile game packages | Patrika News

खेल प्रेमी निराश: मुस्कुरा नहीं सकी खेल संकुल की सौगात

locationकरौलीPublished: Dec 19, 2018 12:31:14 pm

Submitted by:

Dinesh sharma

www.patrika.com

karauli hindi news

खेल प्रेमी निराश: मुस्कुरा नहीं सकी खेल संकुल की सौगात

सात वर्ष में 4 करोड़ हुए खर्च फिर भी पूरा नहीं हुआ कार्य
करौली. जिले की खेल प्रतिभाओं को निखारकर ऊंचाईयों को पहुंचाने की मंशा से राज्य सरकार द्वारा करौली जिला मुख्यालय पर दी गई खेल संकुल की सौगात को ग्रहण सा लग गया है।
शायद यही वजह है कि सात वर्ष की लम्बी अवधि गुजरने के बाद भी खेल संकुल का कार्य अधूरा पड़ा है। वर्तमान में तो निर्माण कार्यों पर ब्रेक लगे हैं। अब प्रदेश में नई सरकार के आने के बाद खेल संकुल के कार्यों के शुरू होकर पूरा होने की खेल प्रेमी उम्मीद जता रहे हैं।
प्रदेश की गत कांग्रेस सरकार ने यहां कॉलेज के पीछे करीब 72 बीघा भूमि खेल संकुल के लिए स्वीकृत की थी, जिस पर फरवरी 2012 में मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया था।
कार्य भी शुरू हो गए, लेकिन कभी बजट का अभाव तो कभी निर्माण कार्य की धीमी गति के चलते कार्य अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं। सूत्रों के अनुसार अभी तक हुए कार्यों पर चार करोड़ से अधिक की राशि भी खर्च हो चुकी है और वर्तमान में कार्य बंद पड़े हैं।
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस सरकार की यह सौगात इस बार कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरी हो जाएगी।

तो होंगी राज्य-राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं
राजीव गांधी खेल संकुल पर मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम का निर्माण हुआ है, लेकिन इसमें अभी कार्य बकाया है। इसका निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां बॉलीबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिन्टन, टेबिल टेनिस आदि खेलों के खेलने के लिए राष्ट्रीय स्तरीय की सुविधा मिलेगी एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता भी आयोजित हो सकेंगी।
सके अलावा खेल संकुल में क्रिकेट स्टेडियम, बास्केटबॉल कोर्ट, कबड्डी अकादमी, हॉकी मैदान, तरणताल के निर्माण कार्य भी प्रस्तावित हैं। हालांकि खेल संकुल में क्रिकेट स्टेडियम, बास्केटबॉल कोर्ट, कबड्डी अकादमी, मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम के कार्य तो हुए हैं, लेकिन ये भी पूरी तरह तैयार नहीं हो सके हैं। कुछ ना कुछ काम बकाया चल रहा है।
ना देखरेख ना सार-संभाल
विशेष बात यह है कि खेल संकुल की सार-संभाल के प्रति कोई गंभीर नहीं है। बेरुखी का शिकार हुए खेल संकुल में जो निर्माण कार्य हुए हैं, वे भी क्षतिग्रस्त होने लगे हैं। मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम का तो हाल यह है कि उसके सभी दरवाजे खुले पड़े हैं। निर्माण एजेन्सी द्वारा गेट नहीं लगाए हैं, जिससे जानवरों के घुसने से पूरे हॉल में गोबर ही गोबर नजर आता है। इसके अलावा समीप के हॉल आदि में दीवारों में दरार नजर आती हैं। कुल मिलाकर लाखों रुपए का नुकसान उपयोग से पहले ही हो चुका है। लेकिन ना कोई चौकीदार है और कोई सार-संभाल।
उपेक्षा से अटका कार्य
जनप्रतिनिधियों की इच्छाशक्ति का अभाव और सरकार की उपेक्षा के चलते खेल संकुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। सरकार ने बजट ही नहीं दिया। इससे करौली जिला ही नहीं बल्कि आसपास के खेल प्रेमियों और खिलाडिय़ों को निराशा हुई। कार्य पूरा हो जाता तो यहां राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताएं होती, जिससे खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का मौका मिलता। अब नई सरकार से खेल संकुल का कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
राजेश सारस्वत, सचिव जिला क्रिकेट संघ, करौली
नई सरकार पूरा कराए कार्य
प्रदेश की नई सरकार से हम खेल संकुल के निर्माण कार्य को पूरा कराने की उम्मीद करते हैं। साथ ही मांग करते हैं कि सरकार कार्य को शीघ्र पूरा कराए, जिससे खिलाडिय़ों को सुविधा मिल सके। साथ ही जिले में खेलों को बढ़ावा मिल सकेगा।
जयेन्द्र सिंह एडवोकेट, करौली

जिले की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेल संकुल का कार्य पूरा होने जरुरी है। नई सरकार से निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है।।
हाजी रुखसार अहमद, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष

ट्रेंडिंग वीडियो