अंशुल के पिता उमेश गर्ग की कटरा बाजार में कपड़े की दुकान है। जबकि मां शारदा देवी गृहणी हैं। दो बहन-भाई में छोटे अंशुल की बड़ी बहन अपूर्वा ने हाल ही में आरयूएसएस से नीट पास किया है। अंशुल जेईई मैंस में 98.97 पर्सेन्टाइल मिलने से जेईई एडवांस पास कर आइआइटी में प्रवेश के लिए आश्वस्त है। अंशुल ने बताया कि वह स्कूल के अलावा 8-10 घंटे नियमित पढ़ाई करता था। वह अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता व शिक्षण संस्थान के गुरुजनों को देता है।
नहीं की कोचिंग, सोशल मीडिया पर किया शंका समाधान
अंशुल का कहना है कि वह स्कूल के अलावा किसी कोचिंग संस्थान में पढऩे नहीं गया। उसने पापा के मोबाइल सेट के जरिए ऑनलाइन टेस्ट सीरिज ज्वॉइन की थी। साथ ही कोटा,जयपुर के संस्थानों के शिक्षक व टॉप स्टूडेंट्स केे व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ ऑन लाइन शंका (डाउट्स) समाधान में मदद लेता था।
प्रतिभा की कदर नहीं तो विदेश जाऊंगा-
अंशुल का कहना है कि वह इंजीनियर बन देश में ही काम करना चाहता है। लेकिन वर्तमान हालातों के चलते प्रतिभा की कदर नहीं हुई तो वह भी विदेश में कॅरिअर स्थापित करेगा।
-मोबाइल व सोशल मीडिया का उपयोग पढ़ाई के लिए हो।
– स्कूल के बाद बिना गैप के पढ़ाई नियमित करें।
– प्रोब्लम्स व डाउट्स के लिए शिक्षकों नियमित मार्गदर्शन लेना।
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इतने अंक आए
अंग्रेजी 100
हिन्दी 98
गणित 98
भौतिक विज्ञान 100
रसायन विज्ञान 99
कुल- 495