रंजिशन हत्या का आरोप घटना कासगंज फर्रूखाबाद रेलवे मार्ग पर बधारी कला रेलवे स्टेशन के समीप की है। बताया जा रहा है कि पटियाली कस्बे के मोहल्ला मिश्राना निवासी रंजीत आज अपने चचरे भाई के साथ न्यायालय में तारीख करने के लिए ट्रेन संख्या 15039 में सवार होकर कासगंज आ रहा था। इसी बीच बधारी कलां स्टेशन से 100 मीटर की दूरी पर रंजीत को चलती ट्रेन से उस वक्त फेंक दिया गया, जब वह डिब्बे से लघुशंका करने के लिए पेशाब करने के लिए गया था। मृतक के भाई की मानें तो उसका कहना है कि गौरव, सौरभ, नितिन तिवारी ने एक षड़यंत्र के तहत रंजीत को चलती ट्रेन से फेंक दिया। जिससे जमीन पर गिरने से रंजीत की तड़प तड़प कर जान चली गई।
देर से पहुंची पुलिस हादसे के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ एत्रित हो गई और सूचना जीआरपी और सिविल पुलिस को दी गई, लेकिन दो घंटे देरी से पुलिस पहुंच सकी, जिससे लोगों में पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ आक्रोश भी दिखाई दिया। लोगों का कहना था कि अगर पुलिस समय से पहुंच जाती और रंजीत को समय से उपचार मिल जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। फिलहाल जीआरपी पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर शव को पोस्टमार्टम ग्रह भेजकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। उधर अनहोनी घटना को लेकर परिवार के लोगों में रंजीत की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है।