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इस जिले में आधार इनेवल पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम से रुकी कालाबाजारी, लोगों को मिल रही बड़ी राहत

राशन दुकानों में विक्रेताओं द्वारा की जा रही कालाबाजारी पर रोक लगाने और हितग्राहियों तक उनका निबाला पहुंचाने के लिए खाद्य विभाग द्वारा शुरू की गई पहल जिले में गजब रंग ला रही है। अब न सिर्फ विक्रेताओं की मनमानी पर विराम लग गया है बल्कि अब प्रदेश के किसी भी हिस्से का हितग्राही किसी भी जिला, गांव व शहर में राशन प्राप्त करने लगा है।

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कटनी

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Balmeek Pandey

Oct 25, 2019

Aadhaar-only public distribution system implemented in Katni district

Aadhaar-only public distribution system implemented in Katni district

कटनी. राशन दुकानों में विक्रेताओं द्वारा की जा रही कालाबाजारी पर रोक लगाने और हितग्राहियों तक उनका निबाला पहुंचाने के लिए खाद्य विभाग द्वारा शुरू की गई पहल जिले में गजब रंग ला रही है। अब न सिर्फ विक्रेताओं की मनमानी पर विराम लग गया है बल्कि अब प्रदेश के किसी भी हिस्से का हितग्राही किसी भी जिला, गांव व शहर में राशन प्राप्त करने लगा है। आधार इनेवल पब्लिक डिस्टीब्यूशन सिस्टम (एइपीडीएस) लोगों के लिए बड़ी मददगार बन रही है। अक्टूबर माह से जिले में टोटल एइपीडीएस सिस्टम से राशन का वितरण किया जा रहा है। अबतक 50 प्रतिशत खाद्यान का वितरण जिले की 473 उचित मूल्यों की दुकानों से हो चुका है। खास बात यह है कि प्रदेश के किसी भी दुकान से अब हितग्राही राशन प्राप्त कर सक रहा है। विक्रेता अनिल साहू ने बताया कि दुकान नंबर 4207032 नेहरू वार्ड की दुकान से रीवा निवासी महेश कटनी में मजदूरी करता है उसे अब यहीं से राशन मिले लगा है। इसी तरह दूसरे वार्ड के निवासी मस्तराम विश्वकर्मा को भी नेहरू वार्ड की दुकान से राशन दिया गया है। अब न तो विक्रेता राशन ब्लैक कर सकेगा और ना ही किसी उपभोक्ता को गुमराह।

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776 ने उठाया लाभ
एक पखवाड़े के अंदर जिले के 776 हितग्राहियों ने इस योजना का लाभ उठाया है। हितग्राहियों ने अपने पास की दुकानों से राशन उठा रहे हैं। इसमें दो दर्जन से अधिक हितग्राही दूसरे जिलों के हैं। हालांकि जिले की 22 दुकानों में अभी यह प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। बुधवार से शुरू होने की संभावना है। मशीनों में खराबी के कारण उन्हें बदला जा रहा है। वहीं कुछ मशीनों में सर्वर की समस्या है।

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अभी यह है पात्र परिवारों की स्थिति
जिले में 26 हजार 107 परिवार एससी और एसटी के हैं। जिनकी सदस्य संख्या एक लाख 13 हजार 760 है। अनाथ आश्रम में 68, एससी 106, एसटी 93, एएवाय 10 हजार 620, केश शिल्पी 35, पंजीकृत चालक-परिचालक 46, बंद पड़ी मिलों में नियोजित श्रमिक 52, बीपीएल कार्डधारी हैं एक लाख 52 हजार 150 जिनकी सदस्य संख्या 6 लाख 79 हजार 427 है। बीपीएल एएवाय के 584, बीड़ी श्रमिक 4 हजार 897, बुनकर एवं शिल्प 10, भवन एवं संनिर्माण 12 हजार 643, भूमिहीन कोटवार 3, मंदबुद्धि, बहुविकलांग 511, मछुआरे 53, मजदूर सुरक्षा 3 हजार 353, कुली 18, वनाधिकार प्राप्त पट्टाधारी 303, ठेला चालक 13, घरेलू कामकाजी महिला 40, सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारी 3 हजार 465, हम्माल एवं तुलावटी 66 हॉकर 41 हैं। जिले में कुल पात्र परिवार 2 लाख 15 हजार 108 हैं।

इनका कहना है
एइपीडीएस सिस्टम से राशन वितरण शुरू हो गया है। अब प्रदेश के किसी भी हिस्से का नागरिक शहर में अपना राशन ले सकेगा और कटनी का हितग्राही कहीं भी ले सकता है। सभी विक्रेताओं को इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पीके श्रीवास्तव, जिला खाद्य अधिकारी।