31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कटनी

कचहरी में हो रही स्टॉम्प की कालाबाजारी, 100 रुपये के एक स्टॉम्प में 170 रुपये तक की वसूली, देखें वीडियो

जिले में स्टॉम्प की खुलेआम कालाबाजारी की जा रही है। तय मूल्य से ग्राहकों को दलालों द्वारा अधिक रुपये में स्टॉम्प बेचे जा रहे हैं। जिले में हो रही स्टॉम्प की कालाबाजारी को लेकर पत्रिका ने पड़ताल की, तो पता चला कि कचहरी परिसर में स्टॉम्प विक्रेता आम जनता के साथ कदम-कदम पर ठगी कर रहे हैं।

Google source verification

कटनी

image

Balmeek Pandey

Oct 19, 2019

कटनी. जिले में स्टॉम्प की खुलेआम कालाबाजारी की जा रही है। तय मूल्य से ग्राहकों को दलालों द्वारा अधिक रुपये में स्टॉम्प बेचे जा रहे हैं। जिले में हो रही स्टॉम्प की कालाबाजारी को लेकर पत्रिका ने पड़ताल की, तो पता चला कि कचहरी परिसर में स्टॉम्प विक्रेता आम जनता के साथ कदम-कदम पर ठगी कर रहे हैं। यहां पर दलाल 10 रुपये के स्टॉम्प में दलालों द्वारा 15 से 20 रुपये में बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं रविवार को सभी कार्यालय बंद थे उस दौरान भी दलाल कचहरी परिसर में सक्रिय नजर आए। अवकाश का फायदा उठाते हुए स्टॉम्प बेचते नजर आए। शहर में कचहरी, जिला न्यायालय, पंजीयक कार्यालय स्टॉम्प मिलते हैं। तीनों स्थानों पर हर समय दलाल सक्रिय रहते हैं और ग्राहकों को महंगे दाम पर स्टॉम्प उपलब्ध कराते हैं। सक्रिय दलालों को हरएक स्टॉम्प में कमीशन दिया जाता है। इतना ही नहीं जब कोई जरूरतमंद स्टाम्प वेंडर्स के पास जाता है, तो मैटर टाइप कराने के लिए अपने सांठगांठ वाले स्थान पर भेजा जाता है और मनमानी वसूली की जाती है।

यह हैं दलाल से बातचीत के अंश…
रिपोर्टर-100 रुपये वाले तीन स्टॉम्प चाहिए
दलाल-परेशान मत हो, मिल जाएंगे
रिपोर्टर-कितने रुपये देने पड़ेंगे
दलाल-600 रुपये होता है पांच सौ दे देना
रिपोर्टर-पांच सौ रुपये महंगा नहीं है
दलाल-भाई खर्चा पानी लगता है घर में
रिपोर्टर-फिक्स रेट में मिलते हैं स्टॉम्प
दलाल-120 में यहां मिलेगा, डेढ़ सौ घर में
रिपोर्टर-कब मिल जाएंगे
दलाल-पांच मिनट लगेगा
रिपोर्टर-कैसे मिलेंगे स्टॉम्प
दलाल-कोई भी आइडी कार्ड बता दो, काम हो जाएगा।
रिपोर्टर-रुपये कुछ कम कर लीजिए
दलाल-अब इससे कम न हो पाएगा

 

‘शहर सरकार आपके द्वार’ की हकीकत: ढाई सौ के पार हुईं शिकायतें, 10 फीसदी का भी नहीं समाधान

 

हमारे पास आओ काम हो जाएगा
नरेला नाम के व्यक्ति से जब रिपोर्टर की बात चल रही थी और जैसे ही पास में बैठे दूसरे दलाल ने देखा कि बात नहीं बन रही है तो इशारे में कहा हमारे पास आओ, थोड़ा दाम कम कर लेंगे। पत्रिका रिपोर्टर जब दूसरे दलाल के पास पहुंचा तो दलाल ने कहा कि हमारी सीट पर आओ, आधार कार्ड बताओ, काम हो जाएगा। 130 रुपये की दर से हम आपको 100 रुपये वाले तीन स्टॉम्प दे देंगे।

इतने रुपये में मिलना चाहिए स्टॉम्प
– 10 रुपये का स्टॉम्प 15 रुपये में सरचार्ज सहित
– 50 रुपए का स्टॉम्प 60 रुपये में सरचार्ज सहित
– 100 रुपए का स्टाम्प 120 रुपए में सरचार्ज सहित

ये स्टॉम्प चल रहे मैनुअली
जानकारी अनुसार कोर्ट परिसर में समझौता पत्र, शपथ पत्र, पावर ऑफ अटॉर्नी, बैंकिंग कार्य आदि के लिए स्टॉम्प खरीदने आने वालों को पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। कोषालय से 10, 20, 50, 100 रुपये के स्टॉम्प वेंडरों को दिए जाते हैं। वेंडरों के माध्यम से स्टॉम्पों की बिक्री की जाती है पानी-बिजली कनेक्शन, लोन, प्रमाण पत्रों के लिए शपथ पत्र, किरायानामा, वसीयतनामा जैसे आवश्यक दस्तावेजों में 50, 100, रुपये तक के स्टॉम्प की अनिवार्यता के चलते आम आदमी को इन स्टॉम्प की दरकार लगातार रहती है।

 

सफाई को लेकर इस शहर में सामने आई चौकाने वाली हकीकत, कलेक्टर भी हतप्रभ, निगमायुक्त मान रहे सब चकाचक

 

पांच माह से नहीं हुई जांच
हैरानी की बात तो यह है कि पांच माह से स्टॉम्प की हो रही कालाबाजारी रोकने के लिए जिला पंजीयक विभाग द्वारा कोई कार्रवाई ही नहीं की गई। पांच माह पहले संतोष मिश्रा उप पंजीयक ने जांच की थी। उसके बाद से आज तक न तो कोई अधिकारी औचक जांच करने पहुंचा और ना ही स्टॉम्पों की कालाबाजारी रोकने कोई प्रयास हुए।

इनका कहना है
इ-स्टॉम्प और मैनुअली स्टॉम्प खपत की मुझे अभी जानकारी तो नहीं है। बुधवार को कार्यालय खुलेगा तो इस संबंध में बता पाएंगे। स्टॉम्प के कालाजारी को रोकने जांच होती है, लेकिन अभी पांच माह से नहीं हुई। यदि शिकायत मिलती है तो इसकी जांच जरुर कराई जाएगी।
नमीमदास चौकीकर, जिला पंजीयक।