21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गोद में मासूम और हाथ में ग्लूकोज की बॉटल थामे इलाज की आस में भटकती रही मां, देखें वीडियो

कोरोना काल में सामने आई इंसानों से दूर होती मानवता की एक और तस्वीर...जिला अस्पताल में नहीं मिला इलाज..

2 min read
Google source verification
maa.png

,,

कटनी. मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस (corona virus) के संक्रमण के बीच इंसानों से दूर होती मानवता की तस्वीरें भी लगातार सामने आ रही हैं। अपनों के इलाज के लिए भटकते मरीजों (patients) के परिजनों (parents) परेशानी को दर्शाने वाली तस्वीरें दिल को झकझोर देती है। ऐसा ही एक मामला कटनी (katni) में सामने आया है। जहां जिला अस्पताल (district hospital) में मासूम बच्चे के इलाज की आस लिए पहुंची एक मां बीमार मासूम को गोद में लिए हाथ में ग्लूकोज की बॉटल (glucose bottle) पकड़े डॉक्टर्स (doctors) से इलाज (tratment) कराने की गुहार लगाती रही लेकिन न तो डॉक्टर्स का दिल पसीजा और न ही अस्पाल के दूसरे स्टाफ का।

देखें वीडियो-

इलाज की आस में भटकती मां
मासूम के इलाज के लिए जिला अस्पताल में गोद में मासूम और हाथ में ग्लूकोज की बॉटल रखे मां के भटकने का वीडियो कटनी जिले में तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये वीडियो सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात का है। अपने कलेजे के टुकड़े मासूम बच्चे को कलेजे से लगाए भटक रही इस मां का नाम द्रोपदी है जो उमरिया की रहने वाली है। वो अपने बच्चे की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे लेकर उमरिया जिला अस्पातल पहुंची थी जहां से उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रैफर कर दिया गया। मां द्रोपदी ने बताया कि बच्चे को लेकर एंबुलेंस से उमरिया से जबलपुर के लिए निकले तो रास्ते में ही मासूम की तबीयत बिगड़नी लगी। तो उन्होंने कटनी जिला अस्पताल में इलाज कराने का सोचा और वहां पहुंच गए।

ये भी पढ़ें- एक लापरवाही ने सात फेरों से पहले दूल्हे को पहुंचाया ससुराल'

नहीं पसीजा डॉक्टर्स का दिल
कटनी जिला अस्पताल पहुंचने के बाद उन्होंने पर्ची कटवाई औऱ जब बच्चा वार्ड में पहुंचे तो वहां से उन्हें ये कहकर लौटा दिया गया कि बच्चे को जबलपुर रैफर किया गया है। बीमार बच्चे का इलाज करने के लिए बेबस मां गि़ड़गिड़ाती रही, हाथ जोड़कर विनती करती रही लेकिन डॉक्टर्स का दिल नहीं पसीजा। जिसके बाद मजबूर मां वापस एंबुलेंस से ही बच्चे को लेकर जबलपुर के लिए रवाना हो गई। बच्चे को लेकर भटक रही मां ने बताया कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है इसलिए उसने डॉक्टर्स से बच्चे को कटनी में ही भर्ती कर इलाज करने की गुहार भी लगाई लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी।

ये भी पढ़ें- कोरोना ने पति को छीना तो पत्नी ने भी अस्पताल की 5वीं मंजिल से कूदकर दे दी जान


ये बोले जिम्मेदार
इस बारे में जिला अस्पताल कटनी के सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा का कहना है कि द्रोपती बाई की समस्या के बारे में हमने पता किया है। वहीं डॉ. नागेश्वर ने बताया कि सोमवार रात ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया था। जबकि तस्वीरें सबकुछ बयां कर रही हैं।

देखें वीडियो-