अर्चना केवट के इस सराहनीय कार्य के बाद मिलने जा रही उपलब्धि को लेकर पत्रिका ने उनसे कई अहम बिंदुओं पर विशेष चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले तो उस घटना का जिक्र करते हुए बताया कि, वो 12 जनवरी को कैमोर से अपनी साइकिल पर घर लौट रहीं थीं। उस दौरान एसीसी कॉलोनी के नजदीक दो नाबालग लड़कियां रास्ते में मिलीं। दोनो ही बेतहाशा रो रही थीं। मौने साइकल रोककर उनसे उनके रोने का कारण पूछा, तो उन्होंने बताया कि, पीछे आ रहे दो लड़के उनके साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इसपर अर्चना ने उन दोनों नाबिलग लड़कियों को हिम्मत दिलाते हुए कहा कि, अब ये मनचले अगर किसी भी तरह की जबरदस्ती करें, तो इसका जमकर विरोध करना है।
इसके बाद अर्चना ने उन दोनो लड़कियों को उनके घर तक छोड़ने का वादा किया और रास्ते भर उन्हें हिम्मत दिलाती रही। इस दौरान दोनो मनचले एक बर फिर उन्हें रास्ते में मिल गए। इतना ही नहीं दोनों सामने आकर खड़े हो गए और दो बेटियों के अलावा अर्चना से भी अभ्रदता करने लगे। तब अर्चना बिना डरे दोनों लड़कों से भिंड गईं। इस बीच अर्चना पर जब दोनों लड़के भारी पड़ने लगे, तब दोनों नाबालिग लड़कियों ने आसपास दौड़ दौड़कर लोगों को आवाज लगानी शुरु कर दीं। लड़कियों की आवाज सुनकर दोनो मनचले हड़बड़ाकर भागने लगे। तो अर्चना ने उनमें से एक लड़के को पकड़ लिया और तब तक नहीं छोड़ा, जब तब तक इलाके के लोग घटना स्थल पर नहीं पहुंच गए। इसके बाद भीड़ ने मनचले को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। अर्चना की शिकायत पर ही पुलिस ने भाग निकलने में कामयाब हुए अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया।
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अर्चना ने पत्रिका के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों को मुसीबत के समय बचाव के टिप्स भी दिये
अर्चना केवट ने बताया कि, उनके सामने मनचलों से लड़ने का हौसला महिला सम्मान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को सुनकर आया। उन्होंने पत्रिका के माध्यम से संदेश दिया कि, बेटियों के साथ कहीं भी कुछ गलत हो रहा हो तो घर में परिवारजन के साथ परेशानी जरूर साझा करें। परिवार से भी कहूंगी कि, अपनी बेटियों की परेशानी को समझें और उसके निदान के लिए गहन विचार करने के बाद निर्णय लें।
अब 1 दिन की कलेक्टर बनेंगी अर्चना
बहादुर अर्चना केवट को एक दिन का कलेक्टर बनाने का निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया जा चुका है। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि, 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अर्चना जिले की एक दिन की कलेक्टर होंगी। इस दिन वो टाईम लिमिट की बैठक में विभिन्न विभागों का रिव्यू करेंगी। साथ ही, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित जिलास्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगी। अर्चना विभिन्न शासकीय कार्यों को भी संभालेंगी।
ये रहेगा एक दिन की कलेक्टर का शेड्यूल
अर्चना बतौर कलेक्टर सोमवार 8 मार्च को प्रात: 10.30 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में समय सीमा की बैठक लेंगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे ग्राम पंचायत चाका में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित विशेष ग्राम सभा में शामिल होंगी। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के जिलास्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने दोपहर 1 बजे बस स्टेंड स्थित ऑडिटोरियम पहुंचेंगी। दोपहर 3 बजे वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण करने के बाद शाम 4 बजे बालिका गृह का निरीक्षण करने पहुंचेंगी।
महिला दिवस पर एक दिन की कलेक्टर बनेंगी अर्चना – video