
Drink Water Crisis :मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप ( extreme heat effect ) देखने को मिल रहा है। ऐसे में हर किसी की ख्वाहिश होती है कि इस तपती धूप में एक ग्लास ठंडा पानी पीने को मिल जाए तो राहत मिले। लेकिन, मध्य प्रदेश का एक इलाका ऐसा है, जहां ठंडा पानी तो बहुत दूर स्थानीय लोग नाले के गड्ढे से निकालकर दूषित पानी ( Polluted water ) पीने को मजबूर हैं। हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के कटनी जिले के अंतर्गत आने वाले एक गांव की, जहां नल-जल योजना ( nal jal yojana ) से घर-घर पानी पहुंचाने की व्यवस्था होने के बावजूद यहां के ग्रामीणों को सूखे नाले में गड्ढा खोदकर दूषित पानी पीना पड़ रहा है।
बता दें कि, ये हैरान कर देने वाला मामला कटनी जिले के ढीमरखेड़ा इलाके के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिलौंडी के वार्ड नंबर 5 बंसकार मोहल्ला भारत नगर का है। यहां नल जल योजना का सबमर्सिबल जलने के कारण ग्रामीणों को सूखे नाले में गड्ढा खोदकर दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। बताया जा रहा है कि इस संबंध में ग्रामीण कई बार कलेक्टर के सामने अपनी समस्या सुनाकर निराकरण की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अबतक कोई निराकरण नहीं हो सका है।
ग्रामीणों का कहना है कि, एक हफ्ते से अधिक समय से यहां नल जल योजना का सबमर्सिबल जल गया है, जिसके चलते यहां पानी की समस्या बनी हुई है। इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा जिम्मेदारों से शिकायत भी की गई, लेकिन अबतक कोई निराकरण नहीं किया गया। ऐसे में ग्रामीणों को मजबूरन सूखे नाले के किनारे गड्ढा खोदकर दूषित पानी पीना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां हालात ये हैं कि नहाने के बाद जो पानी गड्ढे में भर जाता है, उसी पानी को दोबारा बर्तनों में भरकर पीना पड़ रहा है।
इसके साथ ही नाले के किनारे दो गड्ढे से पानी भरने को लेकर महिलाओं में आए दिन विवाद होता है। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के ऊपर भी मनमानी के आरोप लगाते हुए बताया कि, समस्या निराकरण करवाने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर अवि प्रसाद से समस्या निराकरण करवाने की मांग की है।
Updated on:
04 May 2024 03:51 pm
Published on:
04 May 2024 03:33 pm
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