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हजारों यात्रियों की सूख गई जान जब इमरजेंसी ब्रेक से रुकी यह ट्रेन, देखें वीडियो

जबलपुर-रीवा शटल में मंगलवार की सुबह यात्रा कर रहे यात्रियों में उसम समय अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया जब इमरजेंसी ब्रेक लगाए जाने से ट्रेन रुक गई। दरअसल ट्रेन टूटी हुई पटरी से धड़धडा गुजर रही थी। जैसे ही पायलट की नजर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और बड़ा हादसा टल गया। इस हादसे से डेढ़ घंटे ट्रेन देरी से कटनी पहुंची।

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कटनी

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Balmeek Pandey

Nov 06, 2019

कटनी. जबलपुर-रीवा शटल में मंगलवार की सुबह यात्रा कर रहे यात्रियों में उसम समय अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया जब इमरजेंसी ब्रेक लगाए जाने से ट्रेन रुक गई। दरअसल ट्रेन टूटी हुई पटरी से धड़धडा गुजर रही थी। जैसे ही पायलट की नजर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और बड़ा हादसा टल गया। इस हादसे से डेढ़ घंटे ट्रेन देरी से कटनी पहुंची। जानकारी अनुसार ट्रेन क्रमांक 51701 जबलपुर-रीवा शटल निवार स्टेशन से कटनी के लिए रवाना हुई। जैसे ही यह ट्रेन किलोमीटर 1073/2/3 आइबीएच सिग्नल के समीप पहुंची वैसे ही हादसे का शिकार होते बची। यहां पर रेल ट्रैक फैक्चर था और पटरी टूटकर गिट्टी में रख गई थी। चालक ने तत्काल ट्रेन को रोकी और अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। 40 मिनट तक यहां पर ट्रेन खड़ी रही और फिर ट्रैक सुधार के बाद 10.40 पर रवाना की गई। साउथ स्टेशन पर 10.45 पर पहुंची और 10 बजकर 50 पर कटनी स्टेशन पहुंची, जबकि वास्तविक समय कटनी पहुंचने का शटल का 9.13 है। हादसे को लेकर यात्रियों ने एक फिर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। यात्रियों ने कहा कि यह तो गनीमत थी कि कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ। रेल प्रबंधन को सुरक्षा और संरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पिछले कुछ दिनों से लगातार हादसे हो रहे हैं। यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसपर रोक लगनी चाहिए। हादसे के बाद ट्रेन लगभग पॉवर सहित दो बोगी आगे टूटी पटरी से निकल गई थी।

खास-खास:
– ट्रेन क्रमांक 22131 पुणे-मंडुआडीह भी रही प्रभावित, 45 मिनट तक निवार स्टेशन में रोककर रखा गया।
– सर्दी का समय है, सुबह के वक्त तापमान के कारण सिकुड़ती है, हेयर क्रेक के कारण ऐसे हादसे होते हैं।
– इन हादसों को रोकने नाइट में पेट्रोलिंग होती है, इसके बाद भी क्रेक पर ध्यान नहीं दिया गया।
– सवा दो माह के अंतराल में जबलपुर-अजमेर दयोदय एक्सप्रेस, मालगाडिय़ों के अनकपल होने से दहशत में यात्री।

 

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दफ्तर व कॉलेज के लिए हुआ विलंब
शटल में सफर कर रहे यात्री बड़े हादसे से तो बच गए, लेकिन गंतव्य तक पहुंचने के लिए काफी परेशान रहे। क्योंकि लगभग एक घंटे तक ट्रेन खड़ी रही। राजकुमार नामदेव स्लीमनाबाद से कटनी से काम में आते हैं। उन्होंने कहा कि सवा नौ बजे की जगह 10.50 में कटनी पहुंचे। स्लीमनाबाद निवासी मोहित, योगीराज सिंह ने कहा कि जब पता चला कि बड़ा हादसा टल गया। टूटी पटरी से ट्रेन निकल रही थी तो दहशत में आ गए। बड़ा हादसे टलने की खबर मिली तो राहत की सांस ली। टे्रन के लेट आने से कॉलेज पहुंचने में देरी हुई।

 

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दूध विक्रेता ने कहा आधा फीट टूटी थी पटरी
ट्रेन से कटनी पहुंचे यात्रियों ने हादसे को बयां किया। निवार निवासी दूध विक्रेता रामस्वरूप ने बताया कि कटनी दूध लेकर आ रहा था। एकदम से ट्रेन रुकी तो डर गया। उतरकर देखा तो भीड़ लग गई थी, यात्री कह रहे थे कि गनीमत रही, ट्रेन पलटी नहीं। छहरी फाटक के पास लगभग आधाफीट पटरी टूटकर गिट्टी में रखी थी। जैसे ही इंजन का पहिया गया तो फंस गया और ट्रेन रुक गई। जबलपुर से कटनी आ रहे विनीत चित्रांश ने बताया कि माधवनगर स्टेशन के पहले एकाएक शहट हादसे का शिकार होते बची। माधवनगर के थोड़ा से पहले पटरी बीच में टूटकर दब गई थी। इमरजेंसी ब्रेक लगाकर चालक ने ट्रेन रोकी। इससे यात्री दहशत में आ गए। आधा घंटे में सुधार के बाद ट्रेन को धीरे-धीरे कटनी तक लाया गया।

इनका कहना है
ट्रैक फैक्चर था। पायलट की जब नजर फैक्चर पर पड़ी तो कोई हादसा न हो इसलिए ट्रेन रोक दी। लाइन को ठीक कर ट्रेन को रवाना किया गया। फैक्चर किस वजह से आया है, इसकी जांच करवाई जा रही है।
प्रियंका दीक्षित, सीपीआरओ।