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कटनी/उमरियापान. ढीमरखेड़ा जनपद क्षेत्र के बरही अंतर्गत डूडी गांव में लेटराइट और ओकर खदान की स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई का आयोजन बुधवार को किया गया। बरही, डूडी, मुरवारी, खाम्हा, शुक्ल पिपरिया, करही सहित आसपास के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे। लोक सुनवाई में खदान स्वीकृति होने से ही होने वाले लाभों और दुष्प्रभावों पर पक्ष रखा। किसी ने कहा कि खदान होने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा, तो किसी ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण होगा। कलेक्टर शशिभूषण सिंह, एसडीएम सपना त्रिपाठी और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कटनी प्रबंधक एचके तिवारी ने लोकसुनवाई में अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे लोगों की बात सुनी। इस दौरान तहसीलदार पूर्वी तिवारी, नायब तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे, पर्यावरण सलाहकार जीके मिश्रा, जनपद उपाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, जनपद सदस्य दादू पाठक, सोलंकी, सरपंच ममता बर्मन, नत्थू पटेल, प्रदीप चौरसिया, महेन्द्र बर्मन, दीनदयाल पटेल, सचिव कमलेश हल्दकार, आरआइ मोहनलाल साहू, पटवारी सहित आसपास के ग्रामीणों की उपस्थिति रही।
शासकीय भूमि से हटाए कब्जा
लोकसुनवाई में ग्रामीणों ने जब कलेक्टर से शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे की बात कही। जिस पर कलेक्टर एसबी सिंह ने कहा कि खदान स्वीकृति हो या न हो जिसने भी शासकीय भूमि पर कब्जा किया है, उसे जल्द ही हटाया जाएगा। कलेक्टर ने ढीमरखेड़ा तहसीलदार को जल्द ही कब्जा हटाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिस पर तहसीलदार पूर्वी तिवारी ने 20-25 दिनों के भीतर शासकीय भूमि पर अवैध रूप से काबिज लोगों को हटाने की बात कहीं। इसके बाद कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने खादान स्वीकृति हेतु उक्त भूमि को भी देखा।
लोगों की समस्याओं को जाना
कलेक्टर ने लोकसुनवाई में पहुंचे लोगों से गांव में मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क पर भी चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया कि शुक्ल पिपरिया से बरही मार्ग पूरा खराब है। स्कूल अधूरा पड़ा है। स्कूल में शिक्षक नहीं है। आंगनवाड़ी भवन जर्जर अवस्था में है। बरही में 10 में 5 हैंडपंप बंद हैं। समय पर बिजली नहीं मिलती। कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों को होने वाली समस्याओं का निदान करने के निर्देश दिए। साथ ही एसडीएम को स्कूलों के निरीक्षण करने कहा।
Published on:
18 Oct 2019 12:21 pm
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