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कटनी. शिक्षा विभाग teacher के अफसरों की अफसरी सिर्फ और सिर्फ शिक्षकों को परेशान करने चल रही है न कि शिक्षा गुणवत्ता में सुधार व व्यवस्था में। इसका नजारा शनिवार को दिखा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय Education में। जहां दर्जनों की संख्या में सहायक अध्यापक परेशान रहे। सहायक संचालक व प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के पास समस्या समाधान के लिए पहुंचे तो उन्हें दुत्कार कर भगा दिया गया। मामला सहायक अध्यापकों के बीएड करने संबंधी का है। जानकारी के अनुसार राज्य शिक्षा शिक्षा केंद्र ने एक निर्देश जारी किए हैं। जो सहायक अध्यापक और अध्यापक हैं। संविदा वर्ग दो या तीन में संविलियन के बाद सहायक अध्यापक बने हैं। उनके संविलियन के लिए बीएड जरुरी होता है। सहायक भले डीएड प्रशिक्षित हैं, लेकिन बीएड करना होगा। उनके लिए पीएसएम कॉलेज से प्रवेश संबंधी 27 जुलाई को निर्देश भेजे गए। इसमें बीएड करने के लिए 4 अगस्त तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में फॉर्म जमा करना था। जिले में ऐसे लगभग एक हजार के ऊपर सहायक अध्यापक हैं, जिन्हें बीएड प्रशिक्षित कराया जाना है, हैरानी की बात तो यह रही कि 3 अगस्त की शाम 4 बजे तक एक भी फॉर्म कार्यालय में जमा नहीं किया गया था। जो भी शिक्षक फॉर्म जमा करने जाता था उसे समाधान की बजाय प्रभारी डीइओ की फटकार मिल रही थी। बताया जा रहा है कि देर शाम सहायक अध्यापकों के विरोध और आदेश की कॉपी दिखाने के बाद कुछ लोगों के फॉर्म जमा करने की प्रक्रिश शुरू की गई।
शिक्षकों ने लगाया मनमानी का आरोप
इस मामले में नाम न छापने की शर्त पर सहायक अध्यापकों ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधिकारी व बाबुओं की मनमानी के कारण वे परेशान हैं। जबलपुर सहित अधिकांश जिलों में बीएड करने संबंधी फॉर्म जमा हो गए हैं, लेकिन कटनी में नहीं जमा कराए गए। कई सहायक अध्यापक बगैर फॉर्म जमा किए ही निराश लौटे। फॉर्म जमा करने की अंतिम तारीख रविवार तक की है। ऐसे में सहायक अध्यापक परेशान हैं कि रविवार को कार्यालय बंद रहेगा फिर फॉर्म कैसे जमा हो पाएंगे। वहीं कर्मचारियों का तर्क था कि पीएसएम कॉलेज से पत्र विलंब से आया इसलिए प्रक्रिया में देरी हुई है।
सहायक अध्यापकों ने सुनाई समस्या
केस 01
सुनित पांडेय निवासी देवराकला सहायक अध्यापक ने बताया कि उन्हें भी बीएड प्रशिक्षण प्राप्त करना है। फॉर्म भरने के लिए शनिवार को कार्यालय पहुंचे, लेकिन परेशान होना पड़ा।
केस 02
प्रवीण तिवारी सहायक अध्यापक प्राथमिक शाला मझगवां भी शनिवार को फार्म भरने के लिए परेशान रहे। जिला शिक्षा कार्यालय के कोई भी अधिकारी-कर्मचारी ने सहयोग नहीं किया।
केस 03
सहायक अध्यापक राजेंद्र दुबे माध्यमिक शाला सिलौंड़ी भी बीएड का फॉर्म भरने के लिए पहुंचे थे। लेकिन जिला शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों ने फॉर्म जमा करने से इंकार कर दिया।
केस 04
सुनील पांडेय सहायक अध्यापक प्राथमिक शाला कौडिय़ा भी बीएड के लिए फॉर्म जमा करने जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे थे, लेकिन फॉर्म की प्रक्रिया नहीं कराई गई।
जिला शिक्षा अधिकारी का गैर जिम्मेदारा बयान
इस दौरान जब प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आरएस पटेल से बात की गई तो उनका जवाब गैर जिम्मेदारा रहा। उन्होंने कहा कि हमारे यहां अभी ऐसा कोई आदेश नहीं है। जबलपुर सहित अन्य जिले में आवेदन मंगवाए जा रहे हैं तो हमें इससे मतलब नहीं हैं। हमसे ऐसे सहायक अध्यापकों की सूची मंगवाई गई है। वह बनवाई गई है। ऐसे कितने सहायक अध्यापक हैं, अभी इसकी जानकारी नहीं है। आप कार्यालय के बाबुओं से पता कर लें। हमें इस संबंध में जानकारी नहीं है।
इनका कहना है
शासन के निर्देशों का पालन किया जाएगा। यदि जिला शिक्षा अधिकारी इस मामले में गंभीर नहीं है तो जां कराएंगे। अभी तक फॉर्म क्यों नहीं जमा करवाए गए इसमें भी पूछताछ करेंगे। सहायक अध्यापकों की बीएड संबंधी कार्रवाई कराई जाएगी।
शशिभूषण सिंह, कलेक्टर।
Published on:
04 Aug 2019 05:24 pm
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