जाम और यातायात की है अव्यवस्था
बसों के आने पर ऑटो और ई-रिक्शा चालक बसों के गेट के सामने अपने वाहन खड़े कर लेते हैं, जिससे यात्री बस में चढऩे-उतरने में असमर्थ हो जाते हैं। सडक़ पर खड़ी बसें और वाहन जाम की स्थिति पैदा कर देते हैं। यात्रियों का कहना है कि कई बार देर होने की वजह से वे अपनी बसें भी मिस कर देते हैं। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि बस स्टैंड का अव्यवस्थित माहौल उनकी रोजी-रोटी पर भी असर डाल रहा है। ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की धमाचौकड़ी के कारण यात्री परेशान हो जाते हैं और बाजार से दूरी बनाने लगते हैं।
बस स्टैंड में यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। प्रतीक्षालय में न तो पर्याप्त रोशनी है और न ही सफाई की कोई व्यवस्था। बैठने के लिए कुर्सियां तक उपलब्ध नहीं हैं, जिससे यात्री फर्श पर बैठने को मजबूर हैं। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे यात्रियों को बोतलबंद पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
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प्रशासन की अनदेखी
अव्यवस्था की गंभीर समस्या के बावजूद जिम्मेदार विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। यात्री और स्थानीय लोग लगातार शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन से केवल आश्वासन ही मिल रहा है। यात्रियों ने मांग की है कि बस स्टैंड में बुनियादी सुविधाओं की तुरंत व्यवस्था की जाए। साथ ही, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के लिए अलग से पार्किंग क्षेत्र बनाया जाए। यातायात पुलिस और नगर निगम मिलकर जाम की समस्या को सुलझाएं। अगर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो यात्रियों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है। प्रशासन से अपील है कि वह जल्द से जल्द स्थिति को सुधारने के लिए कदम उठाए।