
People's Feedback on central government budget 2019
कटनी. केंद्र सरकार का शुक्रवार को आमबजट पेश हुआ। बजट पर सुबह से ही सबकी निगाहें थी। बजट में खुदरा व्यापारियों और दुकानदारों के लिए पेंशन योजना की घोषणा से शहर के व्यवासायियों को उम्मीद है कि उनका बुढ़ापा अब आराम से बीतेगा। रेलवे में पीपीपी मोड से होगा काम। किसी ने सराहा बजट को तो किसी ने बताया लोक लुभावना भी बताया। केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा दूसरी पारी का पहला आम बजट पेश किया गया। बजट में हुई घोषणाओं से कुछ लोगों में खुशी है तो कुछ लोगों में अब भी निराशा के भाव हैं। लोगों ने बजट पर खुलकर प्रतिक्रिया दी। किसी ने इस बजट को सराहा तो किसी ने इसे लोग लुभावना बताया। व्यापारी वर्ग, सर्राफा कारोबारी, गल्ला कारोबारी व युवा पत्रिका के स्टॉक शो में शामिल हुए और खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बजट में सबसे बड़ा छलावा मध्यमवर्गीय परिवार के साथ किया गया है। मध्यम वर्गीय परिवार के लिए कोई लाभ नहीं है। रेलवे को निजी क्षेत्र में देने का निर्णय एकदम गलत है। सोना पर बताया गया टैक्स भी सर्राफा कारोबारियों के हित में नहीं है इससे लोगों पर भी प्रभाव पड़ेगा। बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई ठोस इन्फ्रास्ट्रक्चर ना होने के कारण बजट विकलांग है। पांच लाख रुपये तक टैक्स की छूट, सड़क, बिजली, पानी, रेलवे में निवेश को लेकर अच्छी पहल बताई गई। टॉक शो में विष्णु सोनी, लल्लू सोनी, जेके सराफ, दिनेश सोनी, रमेश सोनी, बबलू, संजय सोनी, रमाकांत सोनी, अमित गुप्ता, भरत टेकचंदानी, मनीष सोनी आदि मौजूद रहे।
व्यापारी बोले... हमारे व्यापार पर यह होगा बजट का असर
बजट युवाओं, मध्यम वर्ग, महिलाओं, व्यापारियों को लाभ पहुंचाएगा। टैक्स में छूट से बचत होगी। इससे देश प्रगति के पथ पर बढ़ेगा।
भरत टेकचंदानी, व्यापारी।
बजट लोक लुभावना है। दूसरी पारी में कुछ खास नहीं है। राहत कहीं भी नहीं है। सिर्फ बड़ों को ही फायदा होगा। यह छलावा है।
विष्णु सोनी, अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन।
सोना पर ढाई प्रतिशत ड्यूटी बढ़ाना गलत है। किसान, मजदूरों, निम्न वर्गों सोना दूर हो गया। सरकार सभी वर्गों को लेकर चले। व्यवसाय गड़बड़ाएगा।
ललित सोनी, समाजसेवी।
बजट सिर्फ कागजों में रहेगा। सरकार कहती कुछ है, करती कुछ है। पंजी का उपयोग सही ढंग से नहीं हो रहा। पूंजी कुछ लोगों के पास ही है।
जेके सराफ, व्यापारी व कांग्रेस नेता।
बजट बढिय़ा है, सराफा पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ा है। महंगाई बढ़ेगी, जिससे आम लोगों को दिक्कत होगी।
रमेश कुमार सोनी, व्यापारी
खेल बोर्ड स्थापना अच्छी पहल
खेलो इंडिया स्कीम का विस्तार और राष्ट्रीय खेल बोर्ड स्थापित होने के बाद निश्चित तौर उन युवाओं का सपना पूरा होगा जो खेल के क्षेत्र कैरियर संवारना चाहते हैं। यह अच्छी पहल है।
ऋषभ मिश्रा, छात्र।
रोजगार पर हो बात
बजट में नई शिक्षा नीति लाने की बात कही गई है। सरकार शिक्षा के साथ रोजगार सृजन पर बात करे तो युवाओं के लिए बेहतर होगा। युवा शिक्षा के बाद रोजगार के सपने देखता है।
आशीष दुबे, छात्र तिलक कॉलेज।
महिलाओं को मिलेगा ऋण
मुद्रा स्कीम अंतर्गत महिलाओं को एक लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध कराने की योजना का लाभ महिलाओं को आर्थिक रुप से संपन्न बनाने में होगा। सरकार का यह अच्छा कदम है।
शुभ गर्ग, छात्र।
लघु उद्योगों में संवेदनशीलता का होना जरूरी
नई सरकार से अपेक्षा है कि लघु उद्योगों की तरफ संवेदनशीलता रखें। वित्तीय सहायता के साथ कागजी प्रणाली सरल हो। छोटे उद्योग भयमुक्त होकर चलें इस पर फोकस हो। सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योगों की श्रेणी अलग हो। सूक्ष्म उद्योगों के लिए नया विभाग बने।
सुधीर मिश्रा, प्रदेश सचिव, मप्र लघु उद्योग संघ, भोपाल।
निराशाजनक है बजट
मोदी सरकार का आम बजट पूरी तरह से निराशाजनक है। आमजन इस बजट से खुद को ठगा महसूस कर रहा है। बजट में कुछ नही, महंगाई बढ़ाने वाला बजट है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत प्रदान करने की बजाय इसे और महंगा कर दिया गया।
करण सिंह, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष।
पेट्रोल में टैक्स गलत
बजट कुछ मायनों में ठीक है, कई जगह फायदेमंद नहीं है। रेल, सड़क, पर्यटन, उद्योगों बिजली पर फोकस किया गया है यह ठीक है, लेकिन जीएसटी 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत पर ही रखना था। पेट्रोल में टैक्स लगाने से महंगाई बढ़ेगी।
प्रमोद सरावगी, वरिष्ठ व्यवसायी।
रेलवे सेक्टर में बेहतरी लेकर आएगा यह बजट
रेलवे स्टेशन कटनी के स्टेशन प्रबंधक संजय दुबे बतातें हैं कि बजट में रेलवे की नई परियोजनाओं के लिए एक लाख साठ हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसमें किन प्रोजेक्ट को शामिल किया गया है, इसकी जानकारी तो दस जुलाई को डिटेल विवरण आने के बाद स्पष्ट होगी। फिर भी उम्मींद की जा सकती है कि कटनी और आसपास चल रहे नए प्रोजेक्ट के काम में बजट मिलने से तेजी आएगी। रेलवे सुरक्षा कोष में 20 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान यात्रियों को सुरक्षित सफर में लाभप्रद होगा।
साइनिंग इंडिया जरूरी
70 सालों में स्थिति सुधरी। नीतियां किताबों पर बन रही हैं, व्यवहारिक नहीं हैं। सरकार को फील्ड में काम करने की जरुरत है। समर्थन मूल्य बढऩे भर से स्थिति नहीं सुधरेगी। सही साइनिंग इंडिया बनाना जरुरी है। बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दिया गया। टैक्स बढ़ाना सही नहीं।
मनीष गेई, युवा व्यवसायी।
महिलाएं होंगी सशक्त
बजट बहुत ही सराहनीय है। रेलवे, पीएम आवास, सड़क, स्वच्छता पर विशेष फोकस किया गया है। गांवों के बाजार से जोडऩे की बढिय़ा योजना है। महिला स्वालंबन व कुटीर उद्योग की दिशा में विशेष ध्यान रखा गया है। महिलाएं ज्यादा सशक्त होंगी।
नीरा सेठिया, समाजसेवी महिला।
सबसे अच्छा बजट
मोदी सरकार का बजट अबतक का सबसे अच्छा रहा है। मार्केट की सभी बातों पर ध्यान दिया गया है। सरकारी बैंकों को 70 हजार करोड़ लोकेशन देना अच्छा है। छोटी कंपनियां बेहतर काम कर पाएंगी। देश के सामान्य नागरिक भी इन्वेस्ट कर पाएंगे।
विभांशु कनकने, शेयर स्पेशलिस्ट
Updated on:
06 Jul 2019 12:46 pm
Published on:
06 Jul 2019 12:40 pm
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