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कैसे निखरें खेल प्रतिभाएं: चार साल बाद भी नहीं रखी गई खेल मैदान की नींव, इस विभाग की सामने आई बड़ी बेपरवाही

- खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए जिले के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि तनिक भी गंभीर नहीं हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शासन-प्रशासन स्तर पर 2015 में 80 लाख रुपये की लागत से बड़वारा विधानसभा में ग्रामीण खेल परिसर बनाने की स्वीकृति मिली थी, लेकिन अबतक खेल मैदान निर्माण की नीव तक नहीं रखी गई। - बड़वारा विधानसभा क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए जिम्मेदार कितने गंभीर है इसका अंदाजा बड़वारा में बनने वाले खेल मैदान से लगाया जा सकता है। पहले विधायक मोती कश्यप की जिद में तो अब आरइएस सहित अन्य विभागीय अधिकारियों द्वारा ध्यान न दिए जाने से खेल मैदान अबतक नहीं बन पा रहा। - अफसरों की लेटलतीफी खेल प्रतिभाओं पर भारी पड़ रही है।

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कटनी

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Balmeek Pandey

Jun 30, 2019

Annual Sports Day organizes in Girls College katni

कटनी। गर्ल्स कॉलेज में आयोजित एनुअल स्पोर्ट्स डे में शतरंज खेल रहीं छात्राएं।

कटनी. खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए जिले के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि तनिक भी गंभीर नहीं हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शासन-प्रशासन स्तर पर 2015 में 80 लाख रुपये की लागत से बड़वारा विधानसभा में ग्रामीण खेल परिसर बनाने की स्वीकृति मिली थी, लेकिन अबतक खेल मैदान निर्माण की नीव तक नहीं रखी गई। बड़वारा विधानसभा क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए जिम्मेदार कितने गंभीर है इसका अंदाजा बड़वारा में बनने वाले खेल मैदान से लगाया जा सकता है। पहले विधायक मोती कश्यप की जिद में तो अब आरइएस सहित अन्य विभागीय अधिकारियों द्वारा ध्यान न दिए जाने से खेल मैदान अबतक नहीं बन पा रहा। अफसरों की लेटलतीफी खेल प्रतिभाओं पर भारी पड़ रही है। यह खेल मैदान विधायकों की अनुशंसा से तैयार कराया जाना था। इसमें आउटडोर खेल मैदान 8 एकड़ में बनना था। मैदान में फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट मैदान, 400 मीटर का ट्रैक, हॉल्टिंग रूम व प्रसाधन आदि का निर्माण कराया जाना है। इसके अलावा इंडोर स्टेडियम भी बनना है। इसमें एक हॉल बनना है। उसके अंदर बॉलीबॉल, बैंडमिंटन, टेबल टेनिस, कुश्ती, कबड्ी आदि कॉम्पटीशन के लिए स्पोट्र्स सेंटर बनाए जाने की योजना शामिल है।

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जमीन चयन के कारण अटका
पिछले चार सालों में ग्रामीण खेल परिसर का निर्माण बड़वारा विधानसभा क्षेत्र में नहीं हो पाया, इसकी मुख्य वजह थी जमीन का चयन न किया जाना। तत्काली विधायक मोती कश्यप खेल विभाग और आरइएस विभाग पर ऐसे स्थान में खेल मैदान बनाने के लिए प्रस्ताव रख रहे थे जहां पर न तो पर्याप्त मात्रा में जमीन थी और ना ही वह जमीन खेल मैदान बनाने लायक। अब एकबार फिर खेल मैदान का बड़वारा में निर्माण कराए जाने के लिए फाइल चल रही है, लेकिन अबतक काम शुरू नहीं हुआ।

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इनका कहना है
विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण खेल परिसर का निर्माण कराने शीघ्र पहल की जाएगी। खेल अधिकारी व आरइएस से चर्चा कर मैदान तैयार कराया जाएगा, ताकि खिलाडिय़ों को लाभ मिल सके।
बसंत सिंह, विधायक बड़वारा।

इस मामले को कलेक्टर के संज्ञान में लाया गया है। कलेक्टर द्वारा एसीएस को पत्र लिखा गया है, स्वीकृति मिलते ही खेल मैदान का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
सुरेश टेकाम, कार्यपालन यंत्री आरइएस।