
tension on border: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ शहर में भी बेचैनी बढ़ा दी है। जिनके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं, उनकी चिंता बढ़ गई है। उनकी निगाहें सामाचारों चैनलों पर टिकी हैं, वे लोग पल-पल तनाव में गुजार रहे हैं। शहर के मुस्लिम समुदाय के दों परिवारों की बेटियां और करीबी रिश्तेदार लाहौर और कराची जैसे शहरों में हैं।
खंडवा में सिंधी समाज के पांच और मुस्लिम समाज के तीन परिवारों के रिश्तेदार पाकिस्तान में हैं। सिंधी कॉलोनी, परदेशीपुरा और इमलीपुरा जैसे क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों की दो बेटियों की शादी पाकिस्तान में हुई है। वे अपनी बेटियों को वापस बुलाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। सरकार की पाकिस्तान के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों ने उनकी चिंताओं को और बढ़ा दिया है। इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर पाकिस्तान विरोधी जनभावनाओं और शहर में फैले आक्रोश के कारण ये परिवार अपने रिश्तों का खुलकर जिक्र करने से भी कतरा रहे हैं।
शहर में सिमी जैसे संगठनों से कनेक्शन के चलते पुलिस भी सतर्क है। एक परिवार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, हमारी बेटी कराची में है, लेकिन हम न तो उसकी सुरक्षा को लेकर कुछ बोल सकते हैं, न ही उसे वापस बुलाने की स्थिति में हैं। परिवार में खामोशी और असमंजस की स्थिति है।
Updated on:
27 Apr 2025 10:49 am
Published on:
27 Apr 2025 10:11 am
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