इ-केवायसी कराओ, राशन ले जाओ
खाद्य विभाग ने पीओएस मशीन अपडेट की है। इससे प्रदेश में 60 लाख सदस्यों के राशन की सब्सिडी पर रोक लगा दी है। चालू माह में वितरण के दौरान पीओएस मशीन में पीओएस मशीन में नाम नहीं दिखने से दुकानों से खाली लौट रहे हैं। इ-केवायसी नहीं कराने वाले 89 हजार सदस्यों के हिस्से के राशन पर रोक लगा दी है। विक्रेता बोले, इ-केवायसी कराओ, राशन ले जाओ इ-केवायसी के दौरान 16 हजार सदस्यों के नाम कटे, इसमें मृतक, विवाहित, पलायन व डुप्लीकेट वाले नाम शामिल
जून में अपडेट पीओएस मशीन से राशन वितरण
खाद्य विभाग ने इ-केवायसी नहीं करने वाले पात्र सदस्यों का नाम हटा दिया है। चालू माह में पीओएस मशीन अपडेट होने के बाद जून, जुलाई और अगस्त माह का खाद्यान्न एक साथ वितरण शुरू कर दिया है। उचित मूल्य दुकानों पर पाइंट आफ सेल ( पीओएस ) मशीन में नाम नहीं होने से सदस्यों को खाली हाथ लौटना पड़ा। यही नहीं पांच साल से कम बच्चों का भी राशन नहीं मिल रहा है।
सात की जगह सिर्फ पांच यूनिट का राशन मिला
शहर में जगदंबा सहकारी उपभोक्ता भंडार पर दोपहर शेख सफीक की पत्नी बच्चों के साथ खाद्यान्न लेने पहुंची। पीओएस में अंगूठा लगाने पर सात की जगह सिर्फ पांच यूनिट का राशन मिला। महिला के पूछने पर विक्रेता ने जवाब दिया कि शेख सयान और सिरदार का नाम मशीन में नहीं आ रहा है। इ-केवायसी कराओ आटोमैटिक नाम अपडेट हो जाएगा। तत्काल राशन मिल जाएगा। महिला ने कहा, दोनों बच्चों की इ-केवायसी नहीं हो रही है। विक्रेता बोला, पांच साल के ऊपर के बच्चों की मोबाइल से इ-केवायसी हो जाएगी। बगैर ई-केवासी दो लोगों को राशन नहीं मिला। इस दौरान सुखलाल को पांच यूनिट का बीस किलो प्रति माह की दर से साठ किलो राशन मिला। सुखलाल के सभी सदस्यों की इ-केवासी हुई थी।
80 हजार की इ-केवायसी नहीं, 16 हजार नाम हटाए गए
जिले में इ-केवासी नहीं कराने वाले 80 हजार सदस्यों का राशन रोक दिया है। जून माह में मशीन अपडेट होने के बाद इ-केवायसी कराने वालों के नाम नहीं है। इ-केवासी के दौरान 16 हजार से अधिक नाम हटा दिए गए हैं। हटाए जाने वाले में डुप्लीकेट, मृतक, विवाहित और पलायन वाले सदस्य शामिल हैं। जिले में 10 लाख 15 हजार 21 सदस्य हैं। इसमें से अभी तक 89 हजार ने इ-केवयसी नहीं कराया है। ऐसे लोगों को जून माह तक समय दिया गया है।
इका कहना–जिला आपूर्ति अधिकारी अरूण कुमार तिवारी… पात्र सदस्यों का नाम मशीन में नहीं है वह तत्काल इ-केवायसी कराएं। इ-केवासी कराएं और राशन ले जाएं। इ-केवायसी की प्रक्रिया करते ही पीओएस मशीन में नाम आटोमैटिक आ जाएगा।