जिला चिकित्सालय आईएमए ने स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में किया। एक जुलाई को संयुक्त रूप से आयोजित रक्तदान शिविर में 46 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया। सीएमएचओ ने कहा कि आपका रक्तदान किसी के जीवन के लिए वरदान हो सकता है
आप का रक्तदान किसी के जीवन के लिए वरदान हो सकता है
विश्व डॉक्टर्स दिवस के अवसर पर मंगलवार को जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से रक्तदान मानवता की मिसाल पेश की है। इस दौरान डॉक्टरों ने न केवल रक्तदान किया, बल्कि अपने विचारों से भी लोगों को इस महादान के प्रति रक्तदान के लिए प्रेरित किया। इस दौरान सीएमएचओ डॉ ओपी जुगतावत ने कहा कि आपका रक्तदान किसी के जीवन के लिए वरदान हो सकता है। इस लिए रक्तदान करें और किसी की जिंदगी बचाएं यही है सच्ची सेवा है। ब्लड बैंक में आयोजित शिविर में डॉक्टर्स ने 46 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया।
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में डॉक्टरों ने डोनेट किया ब्लड
जिला चिकित्सालय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं जिला चिकित्सालय के संयुक्त अगुवाई में हुआ। शुभारंभ सीएमएचओ ने किया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. अनिरुद्ध कौशल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रश्मि कौशल, मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनके सेठिया, मेडिकल कॉलेज सुपरिटेडेंट डॉ. रंजीत बडोले, डॉ. सुनील बाजोलिया, डॉ. नितिन कपूर, डॉ. कृष्णा वास्केल, डॉ. संदीप, सहित अन्य चिकित्सकों एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. राजुल सोनी ,सेक्रेटरी डॉ. सिद्धार्थ श्रीमाली, डॉ. रक्षा श्रीमाली, डॉ. अमित सिंह, डॉ. रोहित चौरे, डॉ. सुमित महेश्वरी सहित अन्य डॉक्टर्स ने रक्तदान किया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी जुगतावत, चिकित्सक डॉ. एसएल गुप्ता, डॉ. मुनीश मिश्रा, डॉ. राजेश वर्मा सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी रहे। डॉ. अतुल माने ने सभी को प्रमाण पत्र वितरित किया।
समाज में सभी को रक्तदान करना चाहिए : -डॉ. राजुल सोनी, आईएमए, प्रेसिडेंट
समाज में सभी को रक्तदान करना चाहिए। अस्पताल में हर रोज हम जीवन बचाने की कोशिश करते हैं, लेकिन रक्तदान करके हम किसी अनजान व्यक्ति को भी जीवनदान दे सकते हैं। यह सिर्फ एक सामाजिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक मानवीय कर्तव्य है।
एक छोटी सी कोशिश, लेकिन बड़ा असर : डॉ. रश्मि कौशल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी
-अस्पताल में इलाज तो दे रहे हैं। इसके साथ रक्तदान एक ऐसा उपहार है जो बिना किसी मूल्य के दिया जा सकता है, लेकिन इसकी कीमत किसी की जिंदगी हो सकती है। मैं हर डॉक्टर से आग्रह करता हूं कि वे इस पहल में आगे आएं। ये एक छोटी सी कोशिश है। किसी परिवार के लिए बड़ा असर है।