
गेवरा खदान में आंदोलनकारियों पर सुरक्षा बलों ने बरसाए डंडे (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Korba News: रोजगार, मुआवजा व पुनर्वास संबंधी समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर गेवरा खदान में आंदोलन कर रहे भूविस्थापितों पर सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के जवानों ने जमकर डंडे बरसाए। जिसमें कुछ आंदोलनकारी घायल भी हुए हैं। इससे नाराज भूविस्थापितों ने बड़ी संख्या में दीपका थाना पहुंचकर घटना की लिखित शिकायत की है। किसान सभा ने आंदोलन के दौरान भू विस्थापितों पर लाठी बरसाने वाले सीआईएसएफ के जवानों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
एसईसीएल के गेवरा खदान से प्रभावित भूविस्थापितों के रोजगार,मुआवजा,पुनर्वास और अन्य समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा ने गुरुवार को गेवरा खदान बंद का ऐलान किया था। इसी कड़ी में गुरुवार की सुबह करीब 8 बजे किसान सभा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भूविस्थापित गेवरा खदान पहुंचे। भू-विस्थापित खदान में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। सुबह करीब 10 बजे मौके पर ही उपस्थित एसईसीएल के अधिकारी भू विस्थापितों को चर्चा के लिए बुला रहे थे। मौके पर बड़ी संख्या में सीआईएसएफ के जवान तैनात थे।
भूविस्थापित बातचीत कर ही रहे थे, कि इसी बीच अचानक सीआईएसएफ के जवानों की ओर से भूविस्थापितों पर डंडे बरसाना शुरू कर दिया गया। जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई और भूविस्थापित दौड़कर भागने लगे। इस बीच कुछ प्रदर्शनकारियों को सीआईएसएफ के जवानों ने गाड़ी में बिठा लिया। इससे मौके पर तनावपूर्ण स्थिति निर्मित हो गई। घटना से नाराज भूविस्थापित घटना की रिपोर्ट दर्ज करने दीपका थाना जाने लगे।
भूविस्थापितों की नाराजगी और गुस्से को देखते हुए सीआईएसएफ के जवानों ने बीच रास्ते पर ही गाड़ी में बिठा कर रखे गए प्रदर्शनकारियों को छोड़ दिया। इधर भूविस्थापितों पर डंडे बरसाने से नाराज किसान सभा की अगुवाई में बड़ी संख्या में भूविस्थापित दीपका थाना पहुंचे। उन्होंने घटना की लिखित शिकायत दीपका पुलिस से की है। जिस पर पुलिस ने घायल प्रदर्शनकारियों का मुलाहिजा कराया है।
किसान सभा ने आरोप लगाया है कि सीआईएसएफ के अधिकारी ने बल को लाठीचार्ज का आदेश दिया जिसके बाद भू विस्थापितों पर लाठी चलाई गई। इस घटना में किसान सभा के जिला सचिव दीपक साहू, रमेश दास, विमल दास,गुलाब को गंभीर चोट आई है। घटना से नाराज भूविस्थापितों ने गेवरा खदान का मेन गेट जाम कर दिया। जिसके कारण में गेट से आना जाना पूरी तरह से बंद हो गया। देर शाम तक भूविस्थापित गेट जाम कर प्रदर्शन करते रहे।
किसान सभा के जिला सचिव दीपक साहू ने कहा कि खदान में शांति पूर्ण आंदोलन हो रहा था जिस पर सीआईएसएफ ने जबरन लाठीचार्ज किया।भूविस्थापितों पर दबावपूर्वक कार्रवाई कर खदान का विस्तार होने नहीं दिया जाएगा। पहले समस्याओं का निराकारण करना होगा।
रोजगार,मुआवजा,बसावट के पुराने मामले लंबित है और प्रशासन के सहयोग से नया विस्तार तेजी से किया जा रहा है। जिसका किसान सभा विरोध कर रही है। इसे देखते हुए किसान एसईसीएल से प्रभावित सभी छोटे खातेदारों को एकजुट कर आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
किसान सभा ने प्रत्येक छोटे-बड़े खातेदारों को स्थाई नौकरी,बसाहट और प्रभावित सभी गांवों में बुनियादी पेयजल समस्या का तत्काल समाधान की मांग की है। किसान सभा ने कहा कि समस्याओं की ओर कई बार प्रबंधन और प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया है, लेकिन ग्रामीणों की इन समस्याओं के निराकरण के प्रति प्रबंधन गंभीर नहीं है।
किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव प्रशांत झा ने कहा कि भू विस्थापितों की समस्याओं का निराकरण किए बगैर खदान विस्तार का कार्य नही होने दिया जाएगा। एसईसीएल के महाप्रबंधक के इशारे पर सीआईएसएफ ने भू विस्थापितों पर लाठीचार्ज किया है। लेकिन इसके इससे भूविस्थापितों का आंदोलन थमेगा नहीं, बल्कि और तेज आंदोलन कर इसका जवाब दिया जाएगा। झा ने कहा कि एसईसीएल से विस्थापित होने वाले प्रत्येक छोटे खातेदार के परिवार को भी नियमित रोजगार के साथ पुनर्वास देना होगा। नए पुराने के नाम पर मुआवजा में कटौती करना बंद करना होगा।
गेवरा खदान में हुई घटना को लेकर एसईसीएल के पीआरओ सनिश चंद्र का कहना है कि सुबह नरईबोध और भठोरा की तरफ से कुछ प्रदर्शनकारी खदान में पहुंचे थे। जिन्होंने कोयला और ओबी उत्पादन की गतिविधियों को बाधित करने का प्रयास किया। मौके पर सीआईएसएफ की टीम ने काम मे व्यवधान डालने वाले प्रदर्शनकारियों को रोका और उन्हें वापस भेजने का प्रयास किया।
Updated on:
24 Oct 2025 10:54 am
Published on:
24 Oct 2025 10:50 am
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