
Korba elephant attack (Photo source- Patrika)
Korba elephant attack: कोरबा जिले के कोरबा एवं कटघोरा वनमंडल क्षेत्र में 100 से अधिक हाथी अलग-अलग स्थानों पर विचरण कर रहे हैं। वन्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों के विचरण से ग्रामीणों में दहशत है, वहीं खेतों में लगे फसल को नुकसान पहुंचने से भी चिंतित हैं। कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में विचरण कर रहे हाथियों के दल ने उत्पात मचाते हुए ग्राम हरदेवा में 29 ग्रामीणों के धान फसल व बाड़ी में लगे केले को तहस-नहस कर दिया।
वहीं कोरबा वनमंडल के करतला रेंज अंतर्गत रामपुर-पतरापाली गांव में 15 ग्रामीणों के धान की फसल को भी पैरों तले रौंद दिया। इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। घटना की सूचना दिए जाने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और फसल नुकसानी का आंकलन किया। बताया जा रहा है कि कटघोरा वनमंडल क्षेत्र में पसान रेंज के सेमरहा सर्किल में इन दिनों 54 की संख्या में हाथी घूम रहे हैं। हाथियों के दल ने रात में हरदेवा गांव में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने खेतों व बाड़ी में प्रवेश कर वहां लगे धान व केले के पौधों को बुरी तरह तहस-नहस कर दियां। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है।
इधर कोरबा वनमंडल के करतला रेंज के रामपुर सर्किल में स्थित पतरापाली गांव में भी 15 हाथियों का उत्पात रात भर जारी रहा। हाथियों का दल दो दिन पूर्व यहां पड़ोसी जिले रायगढ़ के छाल रेंज से पहुंचा है। हाथियों का दल पहले दिन शांत रहा लेकिन अगले दिन उत्पात मचाते हुए 15 ग्रामीणों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। कोरबा वनमंडल के तीन अलग-अलग स्थानों पर 43 हाथी रायगढ़ जिले से पहुंचे हैं। कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में एक लोनर हाथी विचरण कर रहा है।
हाथी गीतकुंवारी क्षेत्र में धरमजयगढ़ व कुदमुरा रेंज की सीमा पर सक्रिय है। इसके अलावा हाथियों का दल कभी धरमजयगढ़ के जंगल में विचरण करते रहता है तो कभी कुदमुरा रेंज में आकर उत्पात मचाता है, जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं। हाथियों का यह दल विगत दो दिनों से गीतकुंवारी के जंगल में विचरण कर रहा है। इसे लेकर ग्रामीणों में चिंता बनी हुई है।
Korba elephant attack: खरीफ सीजन में किसानों ने धान, दलहन, तिलहन सहित अन्य फसल लगाए हुए हैं। खेतों में फसल लहलहा रही है। इस बीच कोरबा और कटघोरा वनमंडल में लगभग छह झुंड अलग-अलग क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। कटघोरा वनमंडल क्षेत्र के कुदमुरा और करतला रेंज में ५४ हाथी मौजूद हैं। इसमें से एक लोनर हाथी कुदमुरा में घूम रहा है। वहीं करतला रेंज के रामपुर में १७ और नोनदरहा के जंगल में ३५ हाथियों का झुड विचरण कर रहा है। कटघोरा वनमंडल क्षेत्र के सेमरा, केंदई और मोरगा, पसान, कोरबी क्षेत्र में भी हाथियों का उत्पात जारी है। इसे लेकर किसान काफी परेशान हैं।
वन विभाग की ओर से हाथियों के विचरण को देखते हुए मुनादी कराई जा रही है। लेकिन किसानों में फसल नुकसानी की चिंता है। विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की तरफ जाने से मना किया है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जंगल से लगे खेतों में फसल पकने के कगार पर है। इसकी देखरेख सहित अन्य कार्यों के लिए खेतों में जाना आवश्यक होता है। ऐसे में जान-माल के नुकसान का खतरा बना रहता है। शासन-प्रशासन से लगातार हाथी समस्या से निजात दिलाने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं लेकिन इस ओर कोई पहल नहीं की जा रही है। ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है, लेकिन विभाग मौन है। आर्थिक नुकसान के साथ-साथ हाथियों के विचरण से जन हानि की आशंका भी सता रही है।
Korba elephant attack: कोरबा के जंगल में 100 से अधिक हाथियों की धमक ने ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। जिस जंगल से हाथियों का दल गुजर रहा है, उस जंगल से लगे गांव के लोग डरे हुए हैं। कई बार ग्रामीणाें को रतजगा भी करना पड़ रहा है।
Published on:
09 Oct 2025 04:47 pm
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