
कोरबा . हरदीबाजार बाजार सहकारी बैंक की शाखा से हुई लगभग १९ लाख रुपए की बैंक डकैती पुलिस ने सुलझा लिया है। डकैती के आरोप में एक युवक को महाराष्ट्र के अमरावती जिले से गिरफ्तार किया है। तीन अन्य की तलाश जारी है। गिरोह ओडिसा के संबलपुर से टाटा मैजिक में गैस कटर और सिलंडर लेकर सड़क के रास्ते कोरबा पहुंचा था। कोरबा के लॉज में तीन तक ठहरकर रैकी की थी। फिर घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस ने बताया कि हरदीबाजार के सहकारी बैंक में हुई डकैती के आरोप में पुलिस ने रोहित सिंघन 20 को गिरफ्तार है। वह महाराष्ट्र के अमरावती जिले थाना सिरखेड़ा ग्राम कमलापुर का निवासी है। डकैती में शामिल तीन अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। रोहित से पुलिस ने १० हजार रुपए जब्त किया है। इसे बैंक डकैती के एक लाख रुपए मिले थे। पुलिस की पकड़ में आए रोहित ने बताया कि बैंक डकैती की योजना कमलापुर के रहने वाले सुरेश ने बनाई थी। इसके लिए रोहित और सागर नाम के ुयुवक कमलापुर से महाराष्ट्र के भंडारा गए थे। वहां उनकी मुलाकात सुरेश के साथ हुई थी। तीनों अल्टो कार से महाराष्ट्र के संबलपुर पहुंचे थे।
संबलपुर में तीनों की मुलाकात विश्वास सिंघन नाम के युवक से हुई थी। विश्वास भी कमलापुरा निवासी है। संबलपुर में ड्राइवरी करता है। रिश्ते में आरोपी रोहित का चाचा है। चोरों संबलपुर के रास्ते सड़क मार्ग से कोरबा पहुंचे थे। यहां तीन दिन तक अलग अलग लॉज में ठहरे थे। बैंक डकैती के लिए रैकी करते थे। इसके बाद हरदीबाजार सहकारी बैंक के डकैती के लिए चुना था। घटना को अंजाम देने के लिए चारों टाटा मैजिक से १० अप्रैल की रात हरदीबाजार पहुंचे थे। तीन युवक बैंक डकैती के लिए चले गए थे। चौथा युवक टाटा मैजिक को बैंक से हटाकर बाहर ले गया था। गाड़ी को सड़क किनारे खड़ी कर दिया था।
तीन युवकों ने बैंक डकैती को अंजाम दिया था। इसके बाद टाटा मैजिक के ड्राइवर को फोन करके बुलाया था। डकैती को अंजाम देने के बाद तीनों कोरबा पहुंचे थे। फिर होटल छोड़कर शहर से निकल गए थे। रास्ते में डकैती की रकम का बंटवारा किया था। एक लाख रुपए पुलिस की गिरफ्त में आए रोहित को मिला था। बाकी रुपए तीनों युवकों ने आपस में बांट लिया था। विश्वास टाटा मैजिक लेकर संबलपुर की ओर चला गया था। रोहित, सुरेश और सागर महाराष्ट्र चले गए थे।
- हैदराबाद में भी की थी डकैती
पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि गिरोह का मास्टर माइंड सुरेश है, जो हाल ही हैदराबाद की जेल से छूटा था। सुरेश पर हैदराबाद की मुथूट गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी से सोना लूटने का भी आरोप है। जेल से छुटने के बाद सुरेश ने बैंक डकैती की योजना बनाई थी।
- जहां सुरक्षा नहीं उसे बनाते निशाना
पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला है कि गिरोह उन बैंकों का चुनता है, जहां सुरक्षा कमजोर है। जैसे रात में सुरक्षा गार्ड नहीं और सीसीटीवी नहीं लगा है। गिरोह ने कोरबा में कई बैंकों की रैकी भी की थी। लेकिन सुरक्षा को देखकर इरादा बदल दिया था। हरदीबाजार सहकारी बैंक को डकैती के लिए चुना था।
Published on:
11 May 2018 09:36 pm
बड़ी खबरें
View Allकोरबा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
