
कोरबा . एसईसीएल प्रबंधन कर्मचारियों की बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी दर्ज कराने को लेकर गंभीर हो गया है। प्रबंधन ने एक सकुर्लर जारी कर कहा है कि 15 मई से बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी दर्ज होगी। इसी आधार पर वेतन की गणना होगी। प्रबंधन ने सभी कर्मचारियों से बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा है।
कोयला कर्मचारियों की बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी दर्ज कराने को लेकर एसईसीएल प्रबंधन ने सभी एरिया के और वर्कशॉप के महाप्रबंधक को पत्र जारी किया है। इसमें बताया गया है कि १५ मई से कोयला कर्मचारियों के वेतन की गणना बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी के आधार पर की जाएगी।
रजिस्टर पर हाजिरी दर्ज नहीं होगी। बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी के आधार पर ही मासिक वेतन की गणना होगी। हाजिरी दर्ज नहीं होने पर वेतन की गणना नहीं होगी। एसईसीएल का सकुर्लर जारी होते ही कोरबा, दीपका, गेवरा और कुसमुंडा एरिया में बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी को लेकर प्रक्रिया चालू हो गई है। कर्मचारियों के नाम और उंगली का निशान मशीन में दर्ज किया जा रहा है। कंपनी के फरमान से ऐसे कर्मचारियों की मुश्किल बढ़ जाएगी, जो समय पर उपस्थित नहीं होते हैं। कोरबा जिले की अलग-अलग खदानों में लगभग 17 हजार कोलकर्मी कार्यरत हैं। एसईसीएल में कर्मचारियों की संख्या लगभग ५६ हजार है। कंपनी के निर्णय का असर सभी कर्मचारियों पर पडऩे वाला है।
यूनियन नेताओं ने दी सहमति
प्रारंभिक में विरोध करने के बाद एसईसीएल में श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन और उसके पदाधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। बायोमेट्रिक्स हाजिरी पर अपनी सहमति दे दी है। हालांकि कोरबा जिले की खदानों में कार्यरत सीटू, एचएमएस सहित एक अन्य यूनियन ने बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी का विरोध किया है। औद्योगिक न्यायालय में चुनौती दी है। लेकिन अभी तक उन्हें स्थगत आदेश नहीं मिला है। श्रमिक नेताओं का कहना है कि बॉयोमेट्रिक्स हाजिरी से कर्मचारियों मेें मन में कई तरह की आशंका और सवाला है। इसे दूर किया जाना चाहिए।
एरियर्स भुगतान सहित अन्य मांगों पर चर्चा के लिए स्टैंडराइजेशन कमेटी बैठक बुलाने की मांग
कोरबा. कोयला कर्मियों के बकाया एरियर्स भुगतान को लेकर श्रमिक संगठनों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है। एरियर्स सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए कोल इंडिया से स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक बुलाने की मांग की है। श्रमिक संगठन बकाया एरियर्स का भुगतान एक ही किस्त में मई में हो इसके लिए संयुक्त तौर पर दबाव बना रहे हैं। जेबीसीसीआई के अल्टरनेट सदस्य लक्ष्मण चंद्रा ने बताया कि एरियर्स सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए सभी श्रमिक संगठनों ने कोल इंडिया से स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक बुलाने की मांग की है।
कोल इंडिया की अनुषांगिक कुछ कंपनियों की वित्तीय स्थिति खराब होने से समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में एरियर्स का भुगतान नहीं हो सका है। वेतन समझौते के दौरान प्रबंधन ने नए वित्तीय वर्ष में एरियर्स भुगतान करने की जानकारी दी थी। प्रथम किस्त के तहत दीपावली के पहले 40 फीसदी भुगतान किया गया था।
शेष दो किस्त में मिलना है। लेकिन बकाया राशि का भुगतान कब होगा? यह स्पष्ट नहीं है। इधर, श्रमिक नेताओं ने बकाया राशि का भुगतान मई में ही एक मुश्त करने मांग की है। कोल इंडिया के अधीन लगभग साढ़े तीन लाख नियमित कर्मचारी नियोजित हैं। दसवें वेतन समझौते के तहत बढ़े वेतन का 16 माह का एरियर भुगतान होना है। इसकी पहली किस्त दीपावली के दौरान कर्मचारियों को मिली थी।
Published on:
04 May 2018 12:54 am
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