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बैकुंठपुर. छत्तीसगढ़ में विचरण करने वाले 40 हाथियों के दल की कोरिया से निकली हसदेव नदी के नाम से पहचान होगी। राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद हाथी दल का नामकरण किया जाएगा। मनेंद्रगढ़ वनमण्डल ने हसदेव दल के नाम से नामकरण करने प्रस्ताव भेजा है।
जानकारी के अनुसार कटघोरा, कोरिया-बैकुंठपुर, मनेंद्रगढ़, मरवाही वनमण्डल सहित मध्यप्रदेश-अनूपपुर वनमण्डल में विचरण करने वाले 40 हाथियों के दल का नामकरण होगा।
हाथी दल में दो शावक सहित 40 नर-मादा हाथी शामिल हैं। राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद 40 हाथियों के दल का बकायदा नामकरण किया जाएगा और हसदेव के नाम से दल की पहचान होगी।
फिलहाल हाथी दल मध्यप्रदेश के अनूपपुर वनमण्डल में विचरण कर रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ के 17 राष्ट्रीय उद्यान, एलीफेंट रिजर्व व वनमण्डल में 316 हाथी(अनुमानित) विचरण कर रहे हैं।
सात दल का नामकरण हुआ है, जिसमें 91 हाथी
जानकारी के अनुसार वर्तमान में अलग-अलग सात दल में रहने वाले हाथियों का नामकरण किया गया है। जिसमें अपना दल, लोनर्स, बहरादेव, सहज दल, बादलखोल दल, सुंदरगढ़ दल व गौतमी दल शामिल हैं। इन सात दल में हाथियों की संख्या 91 है। वन विभाग से अनुमति मिलने के बाद हसदेव दल का नामकरण होने से आठवां दल बन जाएगा।
वनमण्डलवार में इतने हाथी
गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान 09
एलीफेंट रिजर्व सरगुजा 37
मनेंद्रगढ़ वनमण्डल 07
सूरजपुर वनमण्डल 28
बलरामपुर वनमण्डल 11
जशपुर वनमण्डल 62
धर्मजयगढ़ वनमण्डल 42
रायगढ़ वनमण्डल 24
बालोद 22
गरियाबंद 30
बलौदाबाजार 04
कुल 316
चार वनवृत्त में हाथी संख्या
बिलासपुर वनवृत्त 106
सरगुजा वनवृत्त 154
रायपुर वनवृत्त 34
दुर्ग वनवृत्त 22
नामकरण करने भेजा गया है प्रस्ताव
40 हाथियों का हसदेव दल के नाम से नामकरण करने का प्रस्ताव भेजा गया है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद नामकरण किया जाएगा।
विवेकानंद झा, डीएफओ वनमण्डल मनेंद्रगढ़
By Yogesh Chandra
Published on:
11 Oct 2021 10:03 pm
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