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Breaking News : बेटी को सांप ने डसा, हड़ताल के चलते समय पर नहीं मिली संजीवनी 108 तो टूट गईं सांसें

संजीवनी-महतारी एक्सप्रेस स्टाफ के हड़ताल का खमियाजा भुगतना पड़ा एक परिवार को, बाइक से बेटी को लेकर अस्पताल पहुंचे तो हो चुकी थी मौत

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Innocent body

Death of innocent girl

खडग़वां. संजीवनी 108 व महतारी एक्सप्रेस 102 के स्टाफ इन दिनों हड़ताल पर हैं। इधर एक ग्रामीण की मासूम बेटी को सांप ने डसा। वह बाइक से बेटी को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। यहां से डॉक्टरों द्वारा रेफर किए जाने के पश्चात उसने संजीवनी 108 को फोन लगाया लेकिन हड़ताल के कारण उपलब्ध नहीं हो पाया।

आनन-फानन में बाइक से ही माता-पिता उसे अस्पताल ले जा रहे थे। वे जब तक अस्पताल पहुंचे तब तक देर हो चुकी थी। मासूम बेटी ने रास्ते में दम तोड़ दिया था। यह देख माता-पिता बिलख-बिलख कर रोने लगे। बताया जा रहा है कि यदि समय पर एंबुलेंस की सुविधा मिल जाती तो बालिका की जान बच सकती थी।

कोरिया जिले के खडग़वां विकासखंड के ग्राम बारी सड़कपारा निवासी मनदीप की पुत्री पूजा (7) घर के आंगन में खेल रही थी। इस दौरान शाम करीब 5.30 बजे जहरीले सांप ने हाथ के अंगूठे में डस लिया था। सांप के डसते ही बेटी ने अपनी मां को जानकारी दी। इससे मां अपनी बेटी को गोद में लेकर तत्काल अपने पड़ोसी लक्ष्मण प्रसाद के घर पहुंची और बाइक से बच्ची को लेकर पोंड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।

यहां डॉक्टर ने खडग़वां अस्पताल या जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। वहां से 108 संजीवनी एक्सप्रेस को फोन लगाया गया, लेकिन 108 के कर्मचारी की हड़ताल होने के कारण बेटी को बाइक से ही खडग़वां अस्पताल जाने निकल पड़े। अस्पताल में समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण रास्ते में ही उसकी मौत हो गई ।

खडग़वां अस्पताल पहुंचते के बाद डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। गौरतलब है कि संजीवनी एक्सप्रेस 108 व महतारी एक्सप्रेस 102 के स्टाफ 5 अप्रैल से विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।


डीएमएफ से मिला है एंबुलेंस
जानकारी के अनुसार पोंड़ी बचरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को आपातकालीन सेवाएं देने के लिए जिला खनिज न्यास से एक एंबुलेंस सुविधा देने की बात कही जा रही है। पिछले साल राज्योत्सव में मिनी स्टेडियम बैकुंठपुर से हरी झण्डी दिखाकर 10 एंबुलेंस रवाना किया गया था। जीवनदीप समिति के माध्यम से एंबुलेंस को आपातकालीन सेवाएं देने के निर्देश दिए गए थे लेकिन ये सेवाएं भी उपलब्ध नहीं हुईं।