नेशनल टाइगर कंजर्वेशन ऑथारिटी (एनटीसीए) गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व बनाने अप्रुअल मिल चुका है, जिसका एरिया 1440.57 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और सरगुजा के तमोर पिंगला अभयारण्य को मिलाकर टाइगर रिजर्व बनाया जाएगा।
गुरु घासीदास नेशनल पार्क कोरिया जिले के बैकुंठपुर सोनहत मार्ग पर पांच किलोमीटर दूर स्थित है। 2001 से पहले यह संजय गांधी नेशनल पार्क सीधी (मध्यप्रदेश) का हिस्सा था। पार्क के अंदर हसदेव नदी बहती है और गोपद नदी का उद्गम है।
इतने गांव व जनसंख्या
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एरिया में आनंदपुर पंचायत में 3 गांव तथा वहां के जनसंख्या 1123 है। इसी प्रकार दसेर पंचायत में 2 गांव व जनसंख्या 385, नटवाही पंचायत में 4 गांव की जनसंख्या 1299, सिंघोर पंचायत के 3 गांवों में जनसंख्या 1319, उज्ञांव पंचायत के 3 गांव में जनसंख्या 683, अमृतपुर पंचायत के 3 गांव में जनसंख्या 643, रामगढ़ पंचायत के 4 गांवों में जनसंख्या 1573 है। इस तरह 7 पंचायत के कुल 21 गांवों की 7025 लोगों की आबादी यहां निवास करती है।
ये है नियमावली
1. राष्ट्रीय उद्यान के प्रति ऐसा व्यवहार करें कि यह अमूल्य धरोहर एवं प्राकृतिक स्थान है।
2. उद्यान के पूर्व निर्धारित मार्गों व क्षेत्रों में प्रवेश करें।
3. सूर्यास्त से पहले राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र से बाहर निकलना जरूरी है।
4. उद्यान में वाहन की गति 20 किलोमीटर से अधिक नहीं रखें और हॉर्न व अन्य वाद्य यंत्र नहीं बजाएं।
5. उद्यान में विस्फोटक पदार्थ लाना प्रतिबंधित है।
6. राष्ट्रीय उद्यान में अवैध शिकार एवं चराई पूर्णत: प्रतिबंधित है।
7. उद्यान क्षेत्र में वनस्पति, वन्यप्राणी व उनके हिस्से न एकत्रित करें और न हटाएं।
8. बिना अनुमति फोटो खींचना, फिल्म बनाना व वीडियोग्राफी करना मना है।
9. शराब का सेवन, धूम्रपान करना और कचरा फैलाना मना है।
गांवों को शिफ्ट करने की शुरु होगी प्रक्रिया
नोटिफिकेशन जारी होने के बाद टाइगर रिजर्व अस्तित्व में आएगा। फिर राष्ट्रीय उद्यान के भीतर बसे गांवों को अन्यत्र शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
आर. रामाकृष्णा वाई, डायरेक्टर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कोरिया