उधर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए बरती जा रही थोड़ी सख्ती भी आमजन के हित में है। उन्होंने आमजन से इसमें भरपूर सहयोग करने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि गत 8 दिनों में पॉजिटिव केसेज में बढ़ोतरी की वजह भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन कह चुका है कि कोरोना की दवा या टीका अभी उपलब्ध नहीं हो सका है। ऐसे में केवल सावधानी ही बचाव है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही बड़े संकट का कारण बन सकती है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा आमजन को मास्क लगाने, भीड़ में ना जाने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, दो गज की दूरी रखने की अपील की जा रही है, बावजूद इसके कुछ लोग लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनलॉक-1 के बाद ऐसी लापरवाही स्वयं और राज्य के लिए खतरा बन सकती है। कोरोना से जुड़ी सावधानी रखना आमजन के लिए जरूरी है। एक व्यक्ति कई लोगों को संक्रमित कर सकता है। उन्होंने ‘सावधानी हटी-दुर्घटना घटीÓ की सोच को जीवनशैली में उतारने का आव्हान किया। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि हालांकि प्रदेश में पॉजीटिव मरीजों की रिकवरी दर 75 प्रतिशत तक जा पहुंचा है। यदि पॉजिटिव केसेज 11368 हैं, तो पॉटिजिव से नेगेटिव होने वाले भी 8502 हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मृत्यु का प्रतिशत भी 2.5 प्रतिशत है। यही पॉजिटिव केसेज के दोगुनी होने के दिन भी 22 हैं, जबकि राष्ट्रीय औसत 16 दिन ही है। सभी पैमानों पर देखा जाए तो हालात काबू में है।