प्रथम पारी का समय प्रातः 9:00 बजे से 12:30 बजे तक तथा द्वितीय पारी का समय दोपहर 3:00 से सायं 6:30 बजे तक होगा। करियर प्वाइंट सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया कि एम्स प्रशासन ने दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए एक ऑफिशियल नोट जारी करते हुए दिव्यांगता सर्टिफिकेट 14 मई 2019 सायं 5 बजे तक अपलोड करने के निर्देश दिए है।
देव शर्मा ने जोर देकर स्पष्ट किया कि यदि कोई दिव्यांग स्क्राइब की व्यवस्था चाहता है तो उसे दिव्यांगता सर्टिफिकेट अपलोड करते समय स्क्राइब के ऑप्शन का भी आवश्यक तौर पर चयन करना होगा।
कुछ अलग है एम्स-एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा … सर्वाधिक प्रश्न संख्या , दीर्घत्तम परीक्षा अंतराल , 200 प्रश्न , 200 अंक 3 घंटे 30 मिनट का परीक्षा काल देव शर्मा ने बताया कि एम्स की गिनती देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल संस्थानों में होती है। यही कारण है कि एम्स एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा अन्य प्रवेश परीक्षाओं से कुछ भिन्न है। देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट मैं जहां 180 प्रश्न पूछे जाते हैं, एम्स में 180 प्रश्नों के स्थान पर 200 प्रश्न पूछे जाते हैं। नीट परीक्षा का समय अंतराल मात्र 3 घंटे का है जबकि ऐम्स परीक्षा का समय अंतराल 3 घंटे 30 मिनट का है।
एम्स एमबीबीएस परीक्षा मात्र हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम में ऑनलाइन आयोजित की जाती है जबकि नीट प्रवेश परीक्षा का आयोजन हिंदी अंग्रेजी उर्दू सहित 11 भाषाओं में होता है। एम्स प्रवेश परीक्षा में फिजिक्स,केमिस्ट्री और बायोलॉजी तीनों विषयों से समान संख्या में प्रश्न पूछे जाते है। प्रत्येक विषय से 60 प्रश्न पूछे जाते हैं। 20 प्रश्न एटीट्यूड एवं सामान्य ज्ञान पर आधारित होते है। फिजिक्स,केमिस्ट्री और बायोलॉजी तीनों विषयों से असर्शन-रीजन पर भी प्रश्न पूछे जाते हैं।
मेडिकल अभ्यर्थी बायोलॉजी विषय पर अत्यधिक ध्यान देते हैं। फिजिक्स विषय को मेडिकल अभ्यर्थियों द्वारा नकारा जाता है। किंतु विषयों का यह असंतुलन एम्स-एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में असफलता का कारण बनता है।क्योंकि यहां सभी विषयों को प्रश्नों की संख्या के आधार पर तथा अंकों के आधार पर समान तवज्जो दी गई है। अतः सभी विषयों का संतुलित अध्ययन करने वाले विद्यार्थी एम्स- एमबीबीएस परीक्षा में अधिक सफल होते हैं।
एक और महत्वपूर्ण तथ्य हे कि ऐसे विद्यार्थी जो समसामयिक घटनाओं पर ध्यान देते हैं। और जागरुक रहते हैं। वे सामान्य ज्ञान से संबंधित 20 प्रश्न के उत्तर बेहतर दे पाते हैं। एवं उनके सफल होने की संभावना सापेक्ष तौर पर अधिक होती है।अतः ऐसे विद्यार्थी जिनकी कार्य क्षमता अधिक होती है वे ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं।
छ: नए एम्स के साथ एम्स संस्थानों की संख्या पहुंची पंद्रह , सीटों की संख्या 807 से बढ़कर 1207 देव शर्मा ने बताया कि इंफॉर्मेशन बुलेटिन के अनुसार छह नए एम्स भटिंडा, देवगढ़, गोरखपुर कल्याणी, रायबरेली एवं तेलंगाना को 50 एमबीबीएस सीट्स आवंटित की गई है। नागपुर तथा गुंटुर एम्स में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 कर दी गई है।अर्थात कुल 15 एम्स संस्थानों में भारतीय विद्यार्थियों के लिए सीटों की संख्या 1200 हो गई है। एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में बड़ी हुई सीटों की संख्या आने वाले समय में विद्यार्थियों में बायोलॉजी विषय की ओर निश्चित तौर पर रुझान बढ़ाएगी।
दिल्ली एम्स में विदेशी विद्यार्थियों के लिए अलग से 7 सीटें उपलब्ध है। अन्य संस्थानों में विदेशी विद्यार्थियों के लिए सीटें उपलब्ध नहीं है।
परीक्षा 25 एवं 26 मई को प्रत्येक दिन 2 पारियों में शैक्षणिक नगरी कोटा सहित राजस्थान में कुल 9 परीक्षा केंद्र एम्स-एमबीबीएस 2019 की प्रतिष्ठित पूर्णतया ऑनलाइन परीक्षा 25 मई शनिवार एवं 26 मई रविवार 2019 को दो पारियों में होगी। प्रथम पारी का समय प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक तथा द्वितीय पारी का समय अपराह्न 3:00 से लेकर 6:30 बजे तक होगा। देव शर्मा ने यह स्पष्ट किया कि इंफॉर्मेशन बुलेटिन में देश के विभिन्न राज्यों में परीक्षा केंद्रों की सूची दी गई है। उपरोक्त सूची के अनुसार राजस्थान में शैक्षणिक नगरी कोटा सहित कुल 9 परीक्षा केंद्र उपलब्ध है।
राजस्थान में अजमेर, अलवर, बीकानेर, जयपुर, श्रीगंगानगर तथा उदयपुर को केंद्र बनाया गया है।