अरसे के इंतजार के बाद केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण से पार्क के लेआउट प्लान को स्वीकृति मिली, बजट भी मिल गया, वन विभाग ने नगर विकास न्यास को निर्माण के लिए पांच करोड़ दे भी दिए। लेकिन, काम रेंग रेंग कर चल रहा है।
चारदीवारी पूरी न ग्रीन बेल्ट
पार्क की करीब पांच से छह किलोमीटर चार दीवारी बनाई जानी है। तीन साल हो गए, अभी आधी दीवार भी नहीं बनी है। पार्क और ट्रेंचिंग ग्राउण्ड के मध्य 400 मीटर की ग्रीन वॉल तैयार की जा रही है, इसमें 10 हजार पौधे लगाए जाने थे, यह भी पूरी संख्या में नहीं लगे हैं।
पार्क की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण वन विभाग अब तक नहीं हटा पाया है। यहां 30 से 35 अतिक्रमी काबिज हैं। बोरिंग व एक हट का निर्माण जरूर किया गया है।
यह है योजना
बायोलोजिकल पार्क 40 करोड़ की लागत से बनना है। निर्माण दो चरण में दो वर्ष में पूर्ण किया जाना है। इसमें वन्यजीवों के लिए 44 एन्क्लोजर बनाए जाएंगे। प्रथम फेज में 20 करोड़ खर्च होंगे, 20 एन्क्लोजर बनाए जाने हैं। द्वितीय फेज में ओपन थियेटर, चिन्ड्रन पार्क, कैफेटेरिया सहित विभिन्न सुविधाओं का विकास किया जाना है।
सुनील चिद्री, उप वन संरक्षक, का कहना है की बॉयोलोजिकल पार्क की चारदीवारी का कार्य किया जा रहा है। करीब 2.5 किलोमीटर लंबी दीवार बनाई जानी है। पार्क का निर्माण नगर विकास न्यास के माध्यम से करवाया जा रहा है। जल्द पूर्ण करने के प्रयास हैं।
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वर्कऑडर जारी किया
महेश गोयल, नगर विकास न्यास के अधिशासी अभियंता, का कहना है की बॉयोलोजिकल पार्क के निर्माण का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। टेंडर दे दिए गए हैं। सर्वे कर लिया, वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिए हैं।