30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पति ने की ऐसी करतूत की रोती रही पत्नी

एक फर्म के मालिक से रिश्वत लेते गिरफ्तार वाणिज्यिक कर उपायुक्त के निजी सहायक को अदालत ने गुरुवार को 7 दिसम्बर तक जेल भेज दिया।

2 min read
Google source verification
Bribery case in kota

कोटा . एक फर्म के मालिक से पेनल्टी माफ करने की एवज में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए वाणिज्यिक कर उपायुक्त के निजी सहायक को अदालत ने गुरुवार को 7 दिसम्बर तक जेल भेज दिया। वहीं एसीबी टीम ने उपायुक्त व लिपिक से दिनभर कार्यालय में पूछताछ की।
तालेड़ा स्थित महेन्द्र ट्रेडर्स के मालिक सुमित जैन से मिसमैच की 3.50 लाख रुपए पेनल्टी माफ करने की एवज में 11 हजार रिश्वत लेते एसीबी टीम ने बुधवार को वाणिज्यिक कर उपायुक्त (अपील) शिवदयाल मीणा के निजी सहायक जितेन्द्र परचवानी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद एसीबी ने उसे गुरुवार दोपहर बाद अदालत में पेश किया। जहां से उसे 7 दिसम्बर तक जेल भेज दिया।

Read More:अब नकल कर रैंक सुधारेगा राजस्थान, इंदौर मॉडल से स्वच्छ बनाएंगे कोटा


पति की करतूत पर रोती रही पत्नी : इधर, जितेन्द्र के परिजनों को उसके पकड़े जाने की सूचना मिलने पर पत्नी व परिजन कोटा पहुंचे। वे दिनभर एसीबी कार्यालय में अधिकारियों से जितेन्द्र के बेगुनाह होने की गुहार लगाते रहे। पत्नी पूरे समय रोती ही रही।

Read More:सावधान: यमुना एक्सप्रेस-वे पर तीसरी आंख की नजर...नियम तोड़ने वालों काे थमाया नोटिस

संदेह के घेरे में उपायुक्त : एसीबी निरीक्षक अजीत बागडोलिया ने बताया कि रिश्वत मामले में उपायुक्त शिवदयाल व लिपिक लालचंद की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। इसलिए दोनों से कार्यालय में दिनभर पूछताछ की। मामले में अनुसंधान किया जा रहा है।

Read More:आपनो से घिरे तो लिया फैसला फिर कांग्रेसियो ने दी धमकी तो बदलना पड़ा महापौर को फैसला

मकान को किया सील : एसीबी निरीक्षक ने बताया कि जितेन्द्र के अजमेर के वैशाली नगर स्थित मकान पर तलाशी के लिए टीम भेजी थी। उसकी पत्नी व बच्चों के बुधवार को जयपुर में होने से मकान पर ताला लगा हुआ था। इस कारण मकान को सील कर दिया। अब परिजनों की मौजूदगी में तलाशी ली जाएगी।