
घायल हीरालाल भील।
रावतभाटा.
उपखंड के मंडेसरा क्षेत्र के गांव हेमपुरा निवासी एक दिव्यांग पर सोमवार को एक पैंथर ने अचानक जानलेवा हमला कर दिया। उसकी आवाज सुनकर उसके भाई ने पेंथर पर गोफन से हमला कर उसे बचाया।
ग्रामीणों ने बताया कि हेमपुरा गांव निवासी हीरालाल भील (30) सोमवार को खुले में शौच करने गया था। इसी दौरान वहां छुप कर बैठे पेंथर ने उस पर हमला कर दिया। अचानक पीछे से पेंथर के हमले से हीरालाल भील संभल नहीं पाया और नीचे गिर गया। इस पर पेंथर से उसके सिर व चेहरे पर अपने पंजों के नाखून व दांत गढ़ा दिए। इसके अलावा उसके दो दांत व मुंह के जबड़े में चोट आई। साथ ही कमर व पांव में भी पेंथर के पिछले पांवों पर भी चोट आई।
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शाल ने बचाई जान
हीरालाल ने घटना के समय गले में शॉल बांध रखी थी। इसके चलते पेंथर उसकी गर्दन में दांत व पंजे नहीं गढ़ा सका। इससे उसकी जान बच गई।
उपखंड ने की मुलाकात
घटना के बाद मंगलवार को घायल हीरालाल से उपखंड अधिकारी कैलाश चन्द्र शर्मा ने मुलाकात कर उसकी हालत जानी। इसके अलावा घटना की जानकारी ली। इसके अलावा वनकर्मियों ने भी उससे मुलाकात की।
मुआयना किया, पदचिन्ह लिए
घटना के बाद वन अधिकारियों ने भी घायल से मुलाकात की तथा मंगलवार को मौके पर पहुंचकर क्षेत्र से पेंथर के पगमार्ग लेने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस से बिछाकर नमूने लिए।
बकरियों व अन्य छोटे मवेशी भी हो रहे थे गायब
ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पिछले करीब दो माह से बकरियां व अन्य मवेशी भी गायब हो रहे थे। लेकिन उनके बारे में कोईजानकारी नहीं लग रही थी। ऐसे में पेंथर के हमले से उनके गायब होने का शक अब पेंथर पर आ टिका है।
रावतभाटा राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय चिकित्सालय प्रभारी अनिल जाटव ने बताया कि हीरालाल के चेहरे, कमर व पांव पर चोंटे है। उसका उपचार किया जा रहा है। अब वह खतरे के बाहर है।
रावतभाटा उपखंड अधिकारी कैलाशचंद शर्मा ने बताया कि घायल से मुलाकात की। उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर है। इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई कर रहे है।
Updated on:
24 Jan 2018 12:40 pm
Published on:
23 Jan 2018 10:05 pm
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