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डॉक्टर्स सीरियस मरीज की भी नहीं ले रहे सुध, भटक रहे रेफर मरीज, पर्ची लिख भेज रहे घर

कोटा. सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के चौथे दिन जिले की चिकित्सा सेवाएं बिगडऩे लगी हैं। जिला मुख्यालय स्थित तीनों बड़े अस्पतालों में मरीज बेहाल रहे।

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कोटा

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abhishek jain

Nov 09, 2017

अस्पतालों में मरीज बेहाल

कोटा .

सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के चौथे दिन कोटा जिले की चिकित्सा सेवाएं बिगडऩे लगी हैं। जिला मुख्यालय स्थित तीनों बड़े अस्पतालों में मरीज बेहाल रहे। उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा। रोगियों को भर्ती भी नहीं किया जा रहा। आउडडोर में भी चिकित्सकों की संख्या कम होने से रोगियों को लम्बी कतारों में घंटों इंतजार करना पड़ रहा। बाहर से रैफर होकर आए मरीजों के साथ तो और दिक्कत हुई।

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एमबीएस-जेकेलोन में उन्हें कोई संभालने वाला तक नहीं था। ऐसे में मरीज और तीमारदार भटकते नजर आए। हालत दो बजे बाद और खराब हो गई जब रेजीडेंट्स भी हड़ताल पर चले गए। एमबीएस, जेके लोन व न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वार्ड में दोपहर 2 बजे बाद रेजीडेंट डॉक्टर्स के नहीं आने से मरीजों को इलाज नहीं मिल पाया।

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एमबीएस: भटकते रहे मरीज

एमबीएस में बाहर से रैफर होकर आए मरीजों को संभालने वाला कोई नहीं था। उन्हें भर्ती नहीं किया जा रहा था न कोई रिस्पॉन्स मिल रहा था।

रानीपुरा बूंदी निवासी कालूलाल को बूंदी से एमबीएस कोटा रैफर किया था, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे वापस घर भेज दिया, भर्ती नहीं किया। परिजनों ने बताया कि बूंदी से यहां भर्ती करने के लिए भेजा था। लेकिन यहां दवाएं लिख दी और वापस भेज दिया जबकि मरीज की स्थिति खराब है।

केन्द्रीय कारागार से विचाराधीन कैदी पप्पू कोली को पुलिस इलाज के लिए एमबीएस लेकर आई और इमरजेंसी में दिखाने गई, लेकिन वहां डॉक्टर के नहीं होने से परेशान होते रहे। पुलिस ने बताया कि पप्पू को सुबह मिर्गी का दौरा आया और वह गिर गया जिसके चलते उसके सिर में चोट लग गई।

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जेके लोन: एक ही डॉक्टर ने संभाली इमरजेंसी
जेके लोन चिकित्सालय में गुरूवार को एक ही शिशु रोग विशेषज्ञ ने व्यवस्था संभाली। वहां लम्बी कतारों के चलते मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा। कई परिजन तो अपने बच्चों को लेकर वहां से चले गए। रेजीडेंट डॉक्टर्स के 2 बजे बाद हड़ताल पर जाने से चिकित्सा व्यवस्थाएं यहां भी चरमरा गई।

आईएमए का भी समर्थन

वहीं आईएमए राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेश शर्मा एवं महासचिव डॉ. गोपाल सिंह भाटी ने भी सेवारत चिकित्सक संघ का समर्थन किया साथ ही मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन व फार्मासूटिकल द्वारा भी समर्थन दिया है।