
चम्बल वुशू टाइटल कप का समापन
राष्ट्रीय दशहरा मेले में चल रही चम्बल वुशु टाईटल कप में शुक्रवार को खेले गए फाइनल मुकाबलों में कोटा की अरुंधति चौधरी ने महिला वर्ग के 60 किलो भार वर्ग में चम्बल योद्धा का खिताब अपने नाम किया। अरुंधति ने सभी मुकाबले पहले राउण्ड में ही जीते और फाइनल में भी प्रतिद्वंदी खिलाड़ी को पहले राउण्ड में 30 सैकण्ड से भी कम समय में बाहर कर प्रतियोगिता में रिकार्ड कायम किया।
ये रहें अन्य विजेता
मुकाबले में जयपुर की कविता द्वितीय, बीकानेर की अंजू चौधरी व सीकर की श्वेता तृतीय स्थान पर रही। 52 किलो के चम्बल अग्नि का खिताब दौसा की विनिसा ने जीता। बीकानेर की जाह्नवी मेहरा द्वितीय और दौसा की मेघा जोशी व अलवर की शशि कला संयुक्त रूप से तृतीय विजेता रही। 56 किलो के चम्बल ज्वाला का खिताब श्रीगंगानगर की निकिता ने जीता। जयपुर की रोशनी गुप्ता द्वितीय, कोटा की रितु व कोटा की ही प्रगति मुकाबले में तृतीय स्थान पर रही।
जयपुर भी छाया रहा
पुरुष वर्ग के 52 किलो चम्बल पैंथर्स के मुकाबले में जयपुर का प्रमोद कुमार प्रथम, श्रीगंगानगर का दीपक द्वितीय और जयपुर कपिल व बीकानेर का घनश्याम तृतीय रहे। 60 किलो चम्बल टाईगर में अलवर का शिव सिंह प्रथम, जोधपुर का अविनाश द्वितीय, कोटा का धीरज व जयपुर का महाजीत तृतीय स्थान पर रहे। 70 किलो चम्बल फाइटर्स मुकाबले में जयपुर के मुकेश चौधरी ने बाजी मारी। कोटा का फतेह सेफुलाह खान द्वितीय और कोटा का प्रीतम यादव व जोधपुर का जीतेन्द्र संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे।
चम्बल राईनो मुकाबले का परिणाम
80 किलो चम्बल राइनो मुकाबले में उदयपुर काविराट पंथ प्रथम, जयपुर का नरेन्द्र सिंह द्वितीय, कोटा का अभिषेक चोबदार व हनुमानगढ़ का हेमंत कुमार तृतीय रहे। प्रतियोगिता में 90 किलो के चम्बल महाबली मुकाबलों में जयपुर का सुरेश शर्मा प्रथम, जोधपुर का अजय द्वितीय और कोटा का देवरत व उदयपुर का विपुल दायमा तृतीय स्थान पर रहे। समापन समारोह में महापौर महेश विजय, मेला अध्यक्ष राममोहन मित्रा व कार्यक्रम संयोजक नरेश हाडा ने विजेता खिलाडि़यों को पुरस्कृत किया।
खिलाड़ी का पैर टूटा
वुशु प्रतियोगिता के दौरान 70 किग्रा के चम्बल फाइटर्स के सेमीफाइनल मुकाबले में कोटा के फतेह सेफुल्ला खान के साथ मुकाबले के दौरान जोधपुर के जीतेन्द्र सिंह राठौर का पैर फ्रेक्चर हो गया। इस दौरान वहां एम्बुलेंस की कोई सुविधा नहीं थी। आयोजक गुरुवार से ही कई बार निगम के अधिकारियों से एम्बुलेंस को प्रतियोगिता स्थल पर खड़ी रखने का आग्रह कर रहे थे। फ्रेक्चर होने के बाद काफी देर तक जितेन्द्र प्रतियोगिता स्थल पर ही कराहता रहा और उसके साथ के खिलाडी व आयोजक उसे सम्भालते रहे। बाद में निगम के एक अधिकारी ने पहुंचकर एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया। फिर उसे अस्पताल ले जाया गया। समापन समारोह में महापौर महेश विजय ने प्रतियोगिता के दौरान हुई अव्यवस्था के लिए सभी खिलाडि़यों से माफी मांगी व अगले वर्ष प्रतियोगिता के दौरान बेहतर इंतजाम करने का आश्वासन दिया।
इन्होंने रचा इतिहास
पुरुष वर्ग में चम्बल महाबली - सुरेश शर्मा, जयपुर। चम्बल राईनो - विराट पंथ, उदयपुर। चम्बल फाइटर्स - मुकेश चौधरी, जयपुर। चम्बल टाईगर - शिव सिंह, अलवर। चम्बल पेंथर्स - प्रमोद कुमार, जयपुर। महिला वर्ग में चम्बल योद्धा - अरुंधती चौधरी, कोटा। चम्बल अग्नि - विनिसा, दौसा।
Published on:
07 Oct 2017 04:27 pm
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