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बरसात से दमके किसानों के चेहरे

locationकोटाPublished: Aug 12, 2018 12:59:04 am

Submitted by:

shailendra tiwari

फसलों को मिला जीवनदान, बांधों का बढ़ा जलस्तर
 

कोटा. पिछले दिनों हाड़ौती सहित मध्यप्रदेश में हुई बरसात से खेतों में तो हरियाली छाई ही है। किसानों के चेहरे पर भी रौनक आई है। तालाब, बांध, जलाशयों में भी जल राशि में इजाफा हुआ है। बरसात के चलते नदी नालों में पानी की आवक होने लगी। तालाब बांधों का जलस्तर भी बढ़ा है।
चम्बल नदी पर बने चारों बांधों में पानी की आवक हुई है। इससे बांधों का जलस्तर बढ़ा है। चम्बल नदी पर बने सबसे बड़े गांधी सागर बांध का जलस्तर शनिवार को समाप्त हुए सप्ताह में 1.54 फीट बढ़ गया। शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे यहां का जलस्तर 1274.80 फीट मापा गया। इस बांध में मंदसौर, नीमच के कैचमेंट एरिया से 8989 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, वहीं राणा प्रताप सागर बांध का जलस्तर भी एक सप्ताह में 1.24 फीट बढ़ गया। यहां का 1142.89 फीट मापा गया। यहां पर रावतभाटा के कैचमेंट एरिया से 2548 क्यूसेक पानी की बांध में आवक हो रही है। जवाहर सागर का जलस्तर 974, कोटा बैराज का जलस्तर 850.60 फीट मापा गया।
बरसात का कोटा हुआ पूरा

चालू मानसून सीजन में शहर में अब तक 427.7 एमएम बरसात हो चुकी है, जबकि गत वर्ष पूरे मानसून सीजन में 425 एमएम बरसात ही हुई थी। अब तक जिले में 591 एमएम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार वर्ष 2006 से अब तक हर साल के मानसून सीजन में वर्ष 2016 में सबसे ज्यादा 1124.8 एमएम बरसात हुई थी। वहीं सबसे कम बरसात वर्ष 2017 में 425 एमएम हुई थी।
शनिवार को रहा उमस, गर्मी का जोर

हाड़ौती में शनिवार सुबह से ही तेज धूप खिली रही। दोपहर में कई जगह बादल छाए, लेकिन बरसे नहीं। दिनभर धूप के चलते उमस, गर्मी का असर रहा। कोटा शहर में उमस का असर बढऩे, हवा थमने से शरीर चिपचिपाने लगे। बीते 24 घंटे में 10.6 एमएम बरसात रिकार्ड की गई। झालावाड़ जिले में सुबह से ही बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। उमस से लोग परेशान रहे। बारां जिले में बादल तो छाए रहे, लेकिन बरसे नहीं। सुबह 8 बजे तक बीते 24 घंटे में जिले में सर्वाधिक 52 एमएम बारिश छीपाबड़ौद क्षेत्र में दर्ज की गई। छबड़ा में 18, शाहाबाद में 16, किशनगंज में 02 एमएम बारिश हुई।
जिला तापमान

कोटा 33.4/26.1

झालावाड़ 31.0/25.0

बूंदी 34.0/27.4

बारां 33.4/26.8

बरसात पर एक नजर

(मानसून सीजन 15 जून से 15 सितम्बर तक)

वर्ष बरसात

2006 835.2
2007 814.7

2008 626.6

2009 425.5

2010 567.8

2011 1079.9

2012 771.2

2013 1005.6

2014 804.2

2015 771.6

2016 1124.8

2017 425.0

2018 427.7 (11 अगस्त तक)
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