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कोटा जिले में पिछले 2 दिनों से रुक-रुककर लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात को चिंताजनक बना दिया है। गुरुवार से जारी मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर की कई कॉलोनियों, बाजारों और बस्तियों में पानी घुस गया है। जिला प्रशासन ने आज 22 अगस्त और कल 23 अगस्त को भी जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।
कोटा बैराज लबालब भर चुका है, जिससे चंबल की दोनों नहरों में पानी छोड़ा जा रहा है। राणा प्रताप सागर बांध से 600 क्यूसेक और जवाहर सागर से 3000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। चेचट के ताकली बांध का एक गेट खोल दिया गया है। गुढ़ा बांध से भी प्रति सैकंड 3600 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
कोटा के सुल्तानपुर कस्बे में बारिश ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कालबेलिया बस्ती, तलाई मोहल्ला, गरीब नवाज कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में घरों में पानी घुस चुका है।
मुख्य सड़क पर 3-4 फीट तक पानी बह रहा है, जिससे यातायात पूरी तरह बंद है। सिविल डिफेंस और प्रशासन की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
इटावा, अरण्डखेडा, पीपल्दा और विनायका गांव जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों और नालों का जलस्तर खतरे के निशान के पार पहुंच चुका है। सुखनी नदी की पुलिया पर 3 फीट पानी बहने से डेढ़ दर्जन गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूट गया है। खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है।
कोटा ग्रामीण पुलिस और प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति या पशुधन नदी या नालों के किनारे न जाए। आपात स्थिति में तुरंत नजदीकी थाना या कोटा ग्रामीण कंट्रोल रूम (07442350888) पर संपर्क करें। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
Updated on:
22 Aug 2025 02:42 pm
Published on:
22 Aug 2025 02:02 pm
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