scriptशिक्षकों की बीमा पॉलिसी में हुआ झोलझाल, रूपए के पूरे हिसाब में अधूरे | Government School Teachers Insurance Policy Issue | Patrika News
कोटा

शिक्षकों की बीमा पॉलिसी में हुआ झोलझाल, रूपए के पूरे हिसाब में अधूरे

कोटा जिले में 2012 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की बीमा पॉलिसी में भी नया ‘खेल’ सामने आया है।

कोटाDec 05, 2017 / 06:30 pm

abhishek jain

बीमा पॉलिसी
कोटा .

कोटा जिले में 2012 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की बीमा पॉलिसी में भी नया ‘खेल’ सामने आया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जिले के तृतीय श्रेणी 2012 के शिक्षकों की बीमा पॉलिसी की राशि तो काटी, लेकिन उन्हें आज तक राज्य बीमा एवं प्रावधाय निधी विभाग में जमा नहीं कराया गया। कई शिक्षक तो ऐसे है जिनकी पॉलिसी की राशि तो पूरी काटी गई, लेकिन ऑनलाइन आधी ही जमा की गई।
यह भी पढ़ें

ई-मित्र संचालकों के लिए विशेष सूचना, नहीं किया अगर ये काम तो हो जाएगा लाइसेंस रद्द


यह है मामला
जिला परिषद ने कोटा जिले में सितम्बर, 2012 में लगभग 650 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नियुक्तियां की थी। इन शिक्षकों का वेतन नियमितीकरण मार्च 2016 में किया गया था। राज्य बीमा की प्रथम कटौती अप्रेल 2016 में की गई थी, किन्तु लगभग 200 शिक्षकों को आज तक ऑनलाइन राज्य बीमा पॉलिसी जारी नहीं की गई। जबकि नियमानुसार प्रथम कटौती के 2 माह बाद पॉलिसी जारी किया जाना आवश्यक है। मजेदार बात यह है कि जिन शिक्षकों की पॉलिसी जारी की गई है उनमें कई शिक्षक ऐसे है जिनकी कटौती 1100 रुपए की गई है और राज्य बीमा पॉलिसी में 550 रुपए कटौती दर्शाई गई है।
यह भी पढ़ें

हाड़ौती में आकर बरसा अरब सागर से उठा चक्रवात, हो गई चिल्ला जाड़े की शुरुआत

राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन, कोटा जिलाध्यक्ष श्याम सुन्दर शर्मा का कहना है कि कोटा जिले के 2012 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की प्रथम कटौती के 20 माह बीत जाने पर भी राज्य बीमा पॉलिसी जारी नहीं करना विभागीय लापरवाही है। कटौती 1100 और पॉलिसी में 550 की कटौती दर्शाना चिंता का विषय है।
डीईओ (प्रारंभिक) रामू मीणा का कहना है कि जिले के 2012 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की ऑनलाइन पॉलिसी जारी की जा रही है, फिर भी किसी को परेशानी हो रही है तो वह हमसे मिल सकते है।
यह भी पढ़ें

Dowry Case Kota: हर रोज एक बेटी को निगल जाता है दहेज का दानव, डॉ. राशि बनेंगी मिसाल

राज्य बीमा एवं प्रावधाय निधी विभाग कोटा संयुक्त निदेशक अतीका आजाद का कहना है कि शिक्षा विभाग से हमारे पास जो पॉलिसी शेड्यूल आ रहा है, उसी आधार पर जारी हो रही है। गलत शेड्यूल आ रहा है तो अधिकारियों को पत्र लिखकर ठीक करवाएंगे। सभी शिक्षकों को ऑफलाइन पॉलीसी के नम्बर जारी कर दिए, लेकिन ऑनलाइन में दिक्कत आ रही है। इस कारण पॉलिसी शो नहीं हो रही है।

Hindi News/ Kota / शिक्षकों की बीमा पॉलिसी में हुआ झोलझाल, रूपए के पूरे हिसाब में अधूरे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो