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आखिर कब तक पिटते रहेंगे, पुलिस भी नहीं करती कार्रवाई…

locationकोटाPublished: Feb 16, 2019 01:26:20 am

Submitted by:

Anil Sharma

पुलिस की कार्यशैली से नाराज हैं रेजीडेंट डॉक्टर, आरोपियों की नहीं हुई गिरफ्तारी, दूसरे दिन भी नहीं टूटी हड़ताल, मरीज होते रहे परहेशान।

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अस्पताल में लगी मरीजों की कतार।

कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज के तीन सौ रेजीडेंट की हड़ताल की आग अब पूरे प्रदेश में जाने वाली है। रेजीडेंट पुलिस कार्यशैली से नाराज है। उन्हें अस्पताल में पुलिस की नफरी बढ़ाने, मारपीट मामले में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट-2008 के तहत कार्रवाई नहीं करने व आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज है।
रेजीडेंट एसोसिएशन ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है जिससे उनमें नाराजगी है। इस कारण हड़ताल जारी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सुबह संभागीय आयुक्त से भी मिले। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का आश्वासन दिया।
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– मौसमी बीमारियों के सीजन में मरीज परेशान

इन दिनों मौसमी बीमारियों का सीजन चल रहा है। रेजीडेंट की हड़ताल के कारण एमबीएस, जेके लोन व नए अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा हुई है। मेडिसिन, चर्म रोग विभाग व आर्थोपेडिक में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कई मरीज निजी अस्पतालों में इलाज कराने को मजबूर है। अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में मरीज भर्ती नहीं हो पा रहे है। ओपीडी में बैठने वाले सीनियर डॉक्टर्स अकेले ही पेशेंट्स से जूझते नजर आए। मरीजों की लंबी लाइन लगी रहीं। ओपीडी में डॉक्टर के यहां लंबी भीड़ देख कर कई मरीज बिना उपचार लिए ही लौट गए। रेजीडेंट डॉक्टर्स को मनाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गिरीश वर्मा, अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना समेत अन्य सीनियर चिकित्सकों ने काफी प्रयास किए, लेकिन डॉक्टर अपनी मांगों पर अड़े रहे। गौरतलब है कि बुधवार को रेजिडेंट डॉक्टर मुकेश गहलोत से हुई मारपीट के बाद सुरक्षा की मांग को लेकर रेजीडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर है।
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– इनका कहना है
हमारी मांगों को प्रशासन मानने को तैयार नहीं है। अगर प्रशासन ने मांगे नहीं मानी तो रविवार से पूरे प्रदेश के सातों मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट हड़ताल पर चले जाएंगे। इसको लेकर सभी से वार्ता हो चुकी है।
– डॉ. अशोक चौधरी, अध्यक्ष, आरडीए कोटा

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