ऑडियो में मारपीट की भी आवाज सुनाई दे रही है। इसमें मंत्री ने चीफ इंजीनियर से भी फोन पर बात की। उसमें कहा, चीफ साहब चोरों को शह नहीं दो, मेरा खून मत पिओ, जब मैं खून पीने लग जाऊंगा तो ठीक कर दूंगा। आज के बाद मेरी हिंडोली में ‘पंचायतÓ की तो ठीक कर दूंगा। वह कनेक्शन के लिए पैसे ले रहा है, क्या आपके पास भी पैसे आते हैं, बताओ कितने पैसे आते हैं।
मंत्री: क्यों एक्सईएन: सर साहब ने कहा था, उसे दूसरे फीडर पर नहीं लगाया मंत्री: कौनसे साहब ने कहा, यहां तुम फैसले करोगे, एक झापट दूंगा, तेरी फुटवॉल बना दूंगा, एईएन साहब सामने आ…
मारपीट जैसी आवाज आती है।
मंत्री: पब्लिक का खून पीते हो, दलाली लेते हो, वो वहां पैसे लेते हैं, जब पब्लिक भ्रष्टाचार की रिपोर्ट कर रही तो वो सस्पेंड हो रहा, उसे आप दो दिन में बहाल कर रहे हैं, मेरे से बिना पूछे किया क्यों, वह पब्लिक की शिकायत, वो एक कनेक्शन के हजार-हजार रुपए लेते है, चोरों को पनपाते हो आपके सामने कितने लोगों ने शिकायत की।
जो ऑडियो वायरल हुआ है उसमें जो आवाज है वो मेरी ही है। उसमें जो भी घटना क्रम हुआ है वो मेरे साथ हुआ है। जे.पी.मीणा, अधिशासी अभियंता (डी-वन) जयपुर विद्युत वितरण निगम बूंदी
भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी
व्यक्तिगत मामला नहीं था, भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ मामला था, आम लोग परेशान थे। मारपीट जैसी घटना नहीं हुई। मैने कल भी कहा था कि फटकार जरूर लगाई थी। उस अधिकारी को मैं जानता भी नहीं था, ऐसे में जातिगत का मामला नहीं है। जो हुआ आवेश वश में हुआ, जनहित में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी।
अशोक चांदना, राज्यमंत्री