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Rajasthan: चंबल रिवर फ्रंट के उद्घाटन से पहले ‘विवाद की घंटी’, इस वजह से हो रही है देरी

Chambal River Front : हैरिटेज चंबल रिवर फ्रंट पर बनाई जा रही दुनिया की सबसे बड़ी घंटी का सांचा खोलने को लेकर चीफ आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया और बेल के प्रोजेक्ट डिजाइनर देवेन्द्र आर्य आमने-सामने आ गए हैं।

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कोटा

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Kirti Verma

Aug 29, 2023

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कोटा. Chambal River Front : हैरिटेज चंबल रिवर फ्रंट पर बनाई जा रही दुनिया की सबसे बड़ी घंटी का सांचा खोलने को लेकर चीफ आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया और बेल के प्रोजेक्ट डिजाइनर देवेन्द्र आर्य आमने-सामने आ गए हैं। आर्य ने बताया कि रिवर फ्रंट के उद्घाटन को लेकर चीफ आर्किटेक्ट घंटी को सांचे से बाहर लाने में जल्दबाजी कर रहे है, लेकिन मैं वर्ल्ड क्लास प्रोजेक्ट के लिए कोई समझौता नहीं करूंगा।

इसलिए प्राकृतिक रूप से ठंडा करना जरूरी
आर्य ने बताया कि घंटी को क्रेक्स से बचाने के लिए प्राकृतिक रूप से ठंडा करना होता है। इसका हीट कम हो। इसके लिए सांचे का ऊपरी हिस्सा खोला जा चुका है। अभी सांचे में ऊपर की ओर तापमान करीब 150 डिग्री और नीचे की ओर तापमान 500 डिग्री के आसपास है। बेल का भीतरी हिस्से की गर्मी धीरे-धीरे कम होगी। इसमें एक माह का समय लग सकता है। मौसम में उमस होने पर समय में थोड़ी कमी भी आ सकती है, लेकिन जल्दबाजी में खोलने से थर्मल शॉक की वजह से घंटी में दरारें आ जाएगी। घंटी टूट भी सकती है। जल्दबाजी में इसे सांचे से बाहर निकालने से निश्चित रूप से इसकी गुणवत्ता खराब होगी। यह दुनिया की सबसे बड़ी घंटी है। इसे लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

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13 माह से चल रहा काम
13 माह यह प्रोजेक्ट चल रहा है। पहले घंटी ढालने के लिए शेड बनवाया। फिर 35 भट्टियां बनवाई। करीब 79,000 किलो पीतल व अन्य धातुओं से मिला कर घंटी की ढलाई गत 17 अगस्त को पूरी की गई है।

दबाव बना रहे, पुलिस लेकर आए
आर्य ने आरोप लगाया कि रविवार को चीफ आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया पुलिस के 50 सिपाही व एक क्लेमैन (धातु ढालने का विशेषज्ञ नहीं) को लेकर आए। फिर सोमवार सुबह से घंटी के सांचे को हथोड़ों से बेतरतीब तरीके से तोड़ना शुरू कर दिया। दुनिया का कोई भी मेटलोर्जिस्ट इतने तापमान पर सांचा खोलने की अनुमति नहीं देगा। वहीं, भरतरिया ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

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चीफ आर्किटेक्ट ने घंटी के सांचे को जबरन खोलने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने श्रमिकों को कहा कि घंटी टूटे तो मेरी जिम्मेदारी। आप तो सांचे को हटाओ। मेरे पास इसकी रिकॉर्डिंग है। मैंने सीएमओ, यूडीएच मंत्री, चीफ सेक्रेटरी, यूडीएच सेक्रेटरी, जिला कलक्टर, यूआईटी सचिव समेत प्रशासन को अवगत करवा दिया है। यदि बेल को कुछ होता है तो मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। क्योंकि इसे गलत तरीके से खोला जा रहा है। मुझे गिरफ्तार भी किया जा सकता है, लेकिन मैं फिर भी इस तापमान पर घंटी खोलने की इजाजत नहीं दे सकता।
देवेन्द्र आर्य, वर्ल्ड बिगेस्ट बेल डिजाइनर