
कोटा .
बोरखेड़ा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र देश का पहला मॉडल कृषि विज्ञान केंद्र बन गया है। अखिल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उप महानिदेशक एके सिंह ने इसकी अधिकृत घोषणा की है। इस केंद्र पर 13 करोड़ की विभिन्न इकाइयां संचालित हो रही है। मॉडल केवीके का दर्जा मिलने के बाद देश में कोटा की ख्याति में इजाफा हुआ।
सिंह ने बताया कि कोटा के कृषि विज्ञान केंद्र में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी लेने के लिए देश के 680 केवीके के कृषि वैज्ञानिकों को ट्यूर पर भेजा जाएगा, ताकि वे यहां की परियोजनाओं की जानकारी लेकर अपने केवीके में इन मापदंडों व व्यवस्थाओं के अनुरूप परियोजनाओं का संचालन कर सके।
किसान व पशुपालक बने आत्मनिर्भर
कृषि केंद्र में संचालित विभिन्न परियोजनाओं का प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले के किसान, पशुपालक स्वयं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। पशुपालकों ने आधुनिक डेयरी प्लांट का भ्रमण कर अपने डेयरी फार्म को केवीके के अनुरूप विकसित किया।
गृहिणियों के लिए वरदान बना प्रशिक्षण
कृषि विवि की प्रोफेसर ममता तिवारी ने बताया कि केवीके में संचालित गृह विज्ञान ईकाई द्वारा बेरोजगार युवाओं व महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त कर कई युवाओं व महिलाओं ने अपना स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बन चुके हैं।
ये हैं परियोजनाएं
- खाद्य प्रसंस्करण एवं मूल्य संवद्र्धन।
- गोपशु प्रबंधन में महिला कौशल विकास उन्नयन।
- जलवायु समुत्थानशील कृषि में राष्ट्रीय नवाचार, दलहन सीड हब।
- केंद्र पर बीज एवं पौध सामग्री उत्पादन के लिए आधार भूत सुदृढ़ीकरण।
- कौशल विकास के लिए बकरी प्रदर्शन ईकाई की स्थापना।
- कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एवं गुणवत्ता सुधार केंद्र।
Published on:
27 Feb 2018 03:45 pm
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