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Video: तंदरुस्ती छीन कर बीमार बना देंगी ये सब्जियां

कोटा की सब्जी मंडी में मिलने वाली यह सब्जियां अच्छे अच्छों की सेहत बिगाड़ सकती हैं। गंदगी इन सब्जियों में जहर घोल रही है।

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सब्जियां सेहत बिगाड़ सकती है।

जरा ठहरिए जनाब! जिस सब्जी को आप सेहत बनाने के लिए खा रहे हैं, असल में वह आपकी हालत बिगाड़ सकती है। यकीन ना आए तो जरा सब्जी मंडी के हालात देख लीजिए। सब्जी वाला भले ही आपके घर तक साफ सुथरी सब्जी ला रहा हो, लेकिन मंडी में यह घंटों कीचड़, गंदगी और दुर्गंध के बीच जमीन पर फैली पड़ी रहती हैं। यही गंदगी इन्हें जहरीला बनाने के लिए काफी है।







Read more:महंगे पेट्रोल से मिलेगी आजादी, वाहन चलाना होगा सस्ता।कोटा की थोक फल एवं सब्जी मंडी में बारिश होने से फैली गंदगी के कारण फल-सब्जी लेना दुशवार हो गया है। बारिश की वजह से मंडियों में कीचड़ जाम रहता है, आवारा मवेशी घूमते रहते है, वे फल सब्जी पर मुंंह लगाते रहते है, कीचड़ और खराब होती सब्जियों के कारण पूरी मंडी में र्दुगंध फैली रहती है। जगह की कमी के चलते इस जगह पर ऑक्सीजन की कमी महसूस होती है। इन समस्याओं के चलते सब्जियां संक्रमित हो रही है। साल-दर-साल चली आ रही समस्याओं पर जल्द ही काबू नहीं पाया गया तो लोगों को संक्रमित सब्जीयां ही अपने खाने में शामिल करनी पड़ेगी। यहां हम दे रहे है थोक फल एवं सब्जी मंडी कोटा की हालिया रिपोर्ट....

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कीचड़ में बैठकर बेचते है सब्जी

सब्जीमंडी में कारोबार के लिए यार्ड एक व दो को अधिकृत किया हुआ है। बड़े व्यापारी यार्ड एक में बैठते हैं, जबकि उन से छोटे व्यापारी यार्ड दो में कारोबार करते हैं। यहां रात 3 बजे से ही कारोबारी गतिविधियां शुरू हो जाती हैं। किसान माल लेकर मंडी आते हैं। सुबह 7 बजे तक थोक में व्यापार होता है। इसके बाद छोटे व्यापारी व किसान खुदरा में माल बेचते हैं। यह सिलसिला दोपहर तक चलता है। बारिश के बाद उनकी चहलकर्मी से यहां कीचड़ व गंदगी फैलने लगती है। व्यापारियों को ऐसे में ही बैठकर ही कारोबार करना पड़ता है। शहरवासियों को भी इसी कीचड़ से होकर सब्जियां खरीदनी पड़ती हैं। इससे यहां की गंदगी उनके घरों में बीमारी के रूप में प्रवेश कर रही है।

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पर्याप्त सफाई के आभाव

मंडी में सफाई के आभाव के कारण मच्छर भी पैदा हो गए हैं। दो मिनट को भी रूके तो मच्छर का आक्र मण हो जाता है। यार्ड एक में लहसुन यार्ड के सामने बरसाती पानी भरा है। इससे सब्जियां, लहसुन बेचने व खरीदने वाले व्यापारी, ग्राहक, किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है। व्यापारियों ने कई बार पानी निकासी की व्यवस्था करने की मांग उठाई, लेकिन मंडी प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।

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कई बार शिकायत की, हल नहीं मिला

फ ल विक्रेता महेश कुमार का कहना है कि मंडी में जिधर देखो उधर कीचड़-गंदगी का अम्बार लगा है। सड़े फल व सब्जियों में पानी भरा होने से दुगंज़्ध फैल रही है। ऐसे में ही कारोबार करना पड़ रहा है। कोटा थोक फल एवं सब्जीमंडी संघ महासचिव संतोष मेहता का कहना है कि मंडी प्रशासन समय पर सफई नहीं करवाता। कई बार सुपरवाइजर, मंडी सचिव, अध्यक्ष को बता दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। आखिर किसे समस्या बताएं।

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हमने तो की सफाई कोटा थोक फ ल सब्जीमंडी अध्यक्ष ओम मालव ने बताया कि सफाई का ठेका दे रखा है। रोजाना दो बजे बाद सफ ाई होती है। मंडी छोटी होने से समस्या है। स्थानान्तरण की योजना बनाई जा रही है। यार्ड दो में कारोबार करने वाले व्यापारी अनाधिकृत हैं। उनके पास लाइसेंस तो है, लेकिन मंडी प्रशासन ने उन्हें नहीं बैठाया। वे सप्ताह में एक बार यार्ड दो की सफ ाई