
आरोपी का फोटो: पत्रिका
कोटा के किशोरपुरा थाना पुलिस ने बुधवार को नगर निगम आयुक्त अशोक त्यागी को फर्जी जनप्रतिनिधि बनकर फोन करने और नौकरी दिलाने का दबाव बनाने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की पहचान अनवर (40), निवासी मस्जिद वाली गली बकरामंडी साजीदेहड़ा, थाना किशोरपुरा के रूप में की।
आयुक्त त्यागी ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि आरोपी लगातार फोन कर स्वयं को कभी पूर्व मंत्री रघु शर्मा और कभी पूर्व विधायक सुरेन्द्र पारीक बताता रहा। कॉल पर आरोपी दबाव डालते हुए कहता कि यह हमारा आदमी है, गरीब है, इसे नौकरी पर लगा दो। आयुक्त ने साफ शब्दों में जवाब दिया कि संबंधित व्यक्ति पहले ठेकेदार के यहां टिपर चलाता था और उसे वही लगा या हटा सकता है। इस जवाब से नाराज होकर आरोपी ने फोन काट दिया।
आयुक्त त्यागी ने बताया कि आरोपी ने इसके बाद लगातार फोन करना शुरू कर दिया। जब कॉल रिसीव नहीं किया तो आरोपी ने निगम के लैंडलाइन पर कॉल कर कर्मचारी से उलाहना दिया कि आयुक्त फोन क्यों नहीं उठा रहे। संदिग्ध कॉल्स और लगातार दबाव बनाने की कोशिशों से आयुक्त को शक हुआ और उन्होंने मामले की शिकायत किशोरपुरा थाना पुलिस को दी।
शिकायत मिलते ही सिटी एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देशन में किशोरपुरा थाना पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस टीम ने तकनीकी संसाधनों और मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी अनवर को दबोच लिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस तरह फर्जी पहचान बताकर दबाव बनाने वालों से लोग सतर्क रहें। यदि किसी को ऐसे संदिग्ध कॉल्स या गतिविधियों की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। अधिकारियों ने साफ किया कि फर्जी जनप्रतिनिधि बनकर दबाव बनाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
Published on:
11 Sept 2025 02:18 pm
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